आगर मालवा। जिले में संतरे के सबसे ज्यादा उत्पादन होने के कारण अलग ही पहचान है, साथ ही इस बार सभी जगह संतरे की अच्छी फसल हुई थी. लेकिन लॉकडाउन के कारण व्यापारी नहीं मिलने के कारण संतरा व्यापारियों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है. जिले के कानड़, नलखेड़ा, सुसनेर आदि क्षेत्रों में किसानों के लिए संतरा मुसीबत खड़ी कर रहा है.
बता दें कि इस समय पौधों में संतरे पूरी तरह से पककर तैयार हैं, ऐसे में संतरे बिना तोड़े ही खेतों में गिर रहे हैं. ज्यादा पकने के कारण संतरे खराब हो रहे हैं, स्थिति यह है कि किसानों को क्विंटल भर संतरे खुले में फेंकना पड़ रहा है. पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि और तेज आंधी ने भी संतरे की फसल पर कहर बरपाया था, वहीं अब लॉकडाउन के कारण किसान एक साथ दोहरी मार झेल रहे हैं.