उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर कॉरिडोर का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि, महाकालेश्वर कॉरिडोर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. सीएम का कहना है कि, उज्जैन दर्शन के लिये देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालु यहाँ से उनके मन में भगवान महाकालेश्वर और मंदिर के कॉरिडोर की अमिट छाप लेकर जाएं. मुख्यमंत्री ने महाकालेश्वर कॉरिडोर में निर्मित नवग्रह मूर्तियों, भगवान शिव से संबंधित कथाओं पर केन्द्रित चित्रों का अवलोकन किया. सीएम ने कहा कि, संबंधित चित्रों के नीचे सरल भाषा में उसका विवरण अंकित किया जाना चाहिए, जिससे आमजन को आसानी से संबंधित कथा की जानकारी मिल सके.
सीएम ने की सौन्दर्यीकरण कार्य की प्रशंसा: कलेक्टर आशीष सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज को महाकालेश्वर कॉरिडोर प्रोजेक्ट की जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि, महाकालेश्वर कॉरिडोर का जन-जन में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, जिससे महाकालेश्वर कॉरिडोर के उद्घाटन से पूर्व सभी को यहाँ की विशेषता के बारे में जानकारी मिल सके. उज्जैन भ्रमण में उपयुक्त वातावरण निर्मित हो, जिससे भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के बाद उज्जैन से प्रस्थान के दौरान भी लोगों को कॉरिडोर दिखाई दे. मुख्यमंत्री द्वारा कॉरिडोर में किये गये सौन्दर्यीकरण कार्य की प्रशंसा की गई. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया सहित विधायक और प्रशासनिक अधिकारी इस दौरान मौजूद रहे.
महाकाल मंदिर विस्तार प्रोजेक्ट पर 750 करोड़ से ज्यादा का खर्च: काशी विश्वनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर उज्जैन के महाकाल मंदिर का वैभव बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार 750 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है. जिसमें से 421 करोड़ रुपए मध्यप्रदेश सरकार खर्च करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन दौरे पर रहेंगे और महाकाल कॉरिडोर के पहले चरण में हुए निर्माण का लोकार्पण करेंगे. पीएम मोदी का यह 1 महीने में दूसरा मध्य प्रदेश दौरा होगा.
रुद्रसागर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बना ब्रिज: उज्जैन का महाकाल मंदिर परिसर अब अपने एक अलग अंदाज में नजर आएगा. मंदिर परिसर विस्तार परियोजना का पहला चरण पूरा होने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए यहां कई नई सुविधाएं भी शुरू हो जाएंगी. महाकाल मंदिर के 703 करोड़ के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट में रुद्रसागर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक बड़ा ब्रिज भी बनाया गया है. करीब 16 करोड़ की लागत से तैयार हुआ इस ब्रिज की लंबाई 210 मीटर है. इसके अलावा रूद्र सागर में लाइट एंड साउंड और लेजर शो भी श्रद्धालु जल्द देख सकेंगे. दो चरणों में से पहले चरण का काम अंतिम पड़ाव पर है. CM शिवराज सिंह चौहान खुद प्रोजेक्ट का लगातार फीडबैक ले रहे हैं. दूसरा चरण 2023 के मई-जून तक पूरा करने का लक्ष्य है. इसके पूरा होने के बाद हर घंटे बिना रुकावट के एक लाख श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.
महाकाल मंदिर की खासियत: देशभर के बारह ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन के 'महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग' का अपना एक अलग महत्व है. महाकाल मंदिर के दक्षिण मुखी होने से भी इस मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है. महाकाल मंदिर विश्व का एक मात्र ऐसा शिव मंदिर है, जहां दक्षिणमुखी शिवलिंग प्रतिष्ठापित है. यह स्वयंभू शिवलिंग है, जो बहुत जाग्रत है. महाकाल की नगरी उज्जैन में विकास कार्य तेजी से जारी है, यहां प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर को भव्य बनाने का काम तेजी से चल रहा है.
PMO से मिली कार्यक्रम की परमीशन: महाकाल परिसर के विस्तारीकरण के तहत बन रहे महाकाल कॉरिडर के लोकार्पण करने का पीएम मोदी का कार्यक्रम फाइनल हो गया है. पीएमओ ने उनकी कार्यक्रम को हरी झंडी दे दी है. जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह ने भी इसकी घोषणा कर दी है. एक माह में पीएम मोदी का यह दूसरा मध्यप्रदेश दौरा होगा. इससे पहले वे अपने जन्मदिन 17 सितंबर को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क आए थे. यहां उन्होंने नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को कूनो पार्क में छोड़कर चीता प्रोजेक्ट की शुरूआत की थी.
काशी विश्ननाथ कॉरिडोर से 4 गुना बड़ा: देश के सबसे भव्य मंदिरों में शुमार होने वाला महाकाल कॉरिडोर करीब 20 एकड़ में फैला होगा. वहीं काशी विश्नवाथ कॉरिडोर 5 एकड़ जमीन पर विराजमान है. माना जा रहा है कि जब मंदिर के दोनों चरण पूर्ण होंगे तब इसकी लागत करीब 793 करोड़ होगी.