सतना। सतना के मेहुती गांव निवासी 35 वर्षीय वीर जवान ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. दरअसल, भारत-चीन की सीमा में ग्वालन घाटी में तैनात वीर जवान गस्त के दौरान हिमस्खलन से बर्फ में फंसने से घायल हुए थे, जो उपचार के दौरान शाहिद हो गए.(mehuti soldier funeral with state honors )
बर्फ में फंसने से हुए थे घायल: सतना की कोटर तहसील अंतर्गत मेहुती गांव के रहने वाले 35 वर्षीय सुखराम सिंह ने देश की रक्षा के लिए 17 साल से फौज में सेवा दे रहे थे. सुखराम 23वीं बटालियन के जवान थे, और भारत-चीन सीमा के गलवान घाटी मे तैनात थे. गश्त के दौरान हिमस्खलन से बर्फ में फंसने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका इलाज लखनऊ में चल रहा था.
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राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई: वीर जवान सुखराम सिंह ने बुधवार को अंतिम सांसे ली, जिसके बाद शाम को ही उनका पार्थिव शरीर बुधवार को सतना के लिए रवाना हुआ. आज गुरुवार को सुबह शहीद का पार्थिव देह उनके गृहग्राम मेहुती पहुंचा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे. इसके बाद शहीद वीर जवान की अंतिम विदाई में राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल, जिला अध्यक्ष नारेंद्र त्रिपाठी, जिला कलेक्टर, एसपी सहित जनप्रतिनिधि शामिल हुए और फिर राजकीय सम्मान के साथ फौजी को अंतिम विदाई दी गई.
शहीद की शहादत पर गर्वित है परिवार: एक ग्रामीण ने बताया कि शहीद सुखराम बहुत ही मिलनसार थे. उनकी शुरू से ही मिलिट्री में जाने की रुचि थी. 17 साल पहले उनका सिलेक्शन हुआ था. अब सुखराम के शहीद होने से परिजनों को काफी दुख पहुंचा है लेकिन इसके साथ ही वे सभी उनकी शहादत पर गर्व महसूस कर रहे हैं.