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NFHS Survey on Bundelkhand: नशे की गिरफ्त में बुंदेलखंड की महिलाएं, दमोह में तंबाकू और छतरपुर में शराब की हैं शौकीन

बुंदेलखंड की महिलाएं नशे की गिरफ्त में आ गई हैं. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS) में ये खुलासा हुआ है कि दमोह जिले की 16.1% महिलाएं तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन करती हैं. वहीं, छतरपुर जिले में 0.5% महिलाओं को शराब का सेवन काफी पसंद है.(NFHS Survey on Bundelkhand )

Bundelkhand women under the influence of drugs reveals NFHS survey
Bundelkhand women under the influence of drugs reveals NFHS survey
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Published : Aug 4, 2022, 1:32 PM IST

सागर। नशे का चलन महिलाओं में तेजी से बढ़ता जा रहा है. खास बात ये है कि बुंदेलखंड जैसे इलाके में भी महिलाएं तेजी से तंबाकू से बने उत्पादों और शराब के नशे की गिरफ्त में आ रही हैं. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS ) द्वारा बुंदेलखंड के 5 जिलों में महिलाओं में नशे की प्रवृत्ति को लेकर कराए गए सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. बुंदेलखंड की महिलाएं तेजी से तंबाकू से बने नशे के उत्पादों की गिरफ्त में आ रही हैं. तो वहीं धीरे-धीरे ही सही, लेकिन बुंदेलखंड में महिलाओं में शराब का चलन बढ़ रहा है. बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में जहां महिलाएं शराब की शौकीन हो रही हैं, तो दमोह में सबसे ज्यादा तंबाकू से बने नशे के उत्पादों का सेवन कर रही हैं. नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए कानूनी प्रावधान के अलावा सरकार द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर कराया गया सर्वे: बुंदेलखंड की महिलाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर सागर संभाग के 5 जिलों में पहली बार सर्वे कराया गया है. इस सर्वे में उन महिलाओं की जानकारी जुटाई गई है. जो तंबाकू से बने उत्पादों और शराब का नशा कर रही हैं. अब 3 साल बाद स्वास्थ्य मंत्रालय फिर यह सर्वे कराएगा और सर्वे के आंकड़े के आधार पर मौजूदा आंकड़ों और नए आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा. अध्ययन से आए परिणाम के आधार पर महिलाओं में नशे की प्रवृत्ति रोकने की उपाय ढूंढे जाएंगे.

Bundelkhand women under the influence of drugs shows NFHS survey
नशे की गिरफ्त में बुंदेलखंड की महिलाएं

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े चिंताजनक: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े काफी चिंताजनक है खासकर तंबाकू से बने उत्पादों के प्रयोग का चलन महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है तंबाकू और उस से बने उत्पादों के बुंदेलखंड की महिलाएं काफी आगे हैं.

Reality Check: वाहन चालक सावधान! बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर स्पीड में चलेंगे तो हो सकते हैं हादसे का शिकार

जिले वार तंबाकू के उत्पादों का सेवन करने वाली महिलाएं: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे तंबाकू के उत्पादों का सेवन करने वाली सागर संभाग की महिलाएं सबसे ज्यादा दमोह जिले में पाई गई हैं. दमोह जिले की 16.1% महिलाएं तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन करती हैं. इसके बाद पन्ना जिले में 13.6% महिलाएं तंबाकू के उत्पादों का सेवन करती हैं. छतरपुर जिले में 10.8% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं. संभागीय मुख्यालय सागर में जिले में 10.6% महिलाएं तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन करती हैं. टीकमगढ़ जिले में यह आंकड़ा काफी कम हैं और 5.6% महिलाएं ही तंबाकू उत्पादों का सेवन करती हैं. (Chattarpur women fond of Liquor)(Damoh women fond of tobacco)

धीरे-धीरे बढ़ रहा है महिलाओं में शराब का चलन : नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे द्वारा बुंदेलखंड की महिलाओं में शराब के चलन का भी सर्वे किया गया है. लेकिन राहत की बात ये है कि तंबाकू के मुकाबले शराब के नशे का चलन बुंदेलखंड की महिलाओं में कम है. हालांकि, बुंदेलखंड के हर जिले में शराब का सेवन करने वाली महिलाएं इस सर्वे में सामने आई हैं. सबसे ज्यादा छतरपुर जिले में 0.5% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं इसके बाद सागर, टीकमगढ़ और पन्ना जिले में 0.3% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं. दमोह जिले में शराब का सेवन करने वाली महिलाओं की संख्या दशमलव 1% है.

नशा मुक्ति के सभी प्रयास बेमानी : सरकार ने नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए कई अभियान और कानून बनाए हुए हैं, लेकिन इनका पालन सही तरीके से नहीं हो रहा है. सरकार द्वारा राष्ट्रीय तंबाकू निषेध अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है, लेकिन तंबाकू और उसके उत्पादों के चलन पर कोई असर नहीं पड़ा है. इसके अलावा सरकार द्वारा खुलेआम तंबाकू उत्पाद स्कूल कॉलेज के आस-पास बेचे जाने पर प्रतिबंध है. लेकिन इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है. नियम अनुसार शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास की दुकानों पर नशे से संबंधित कोई भी उत्पाद नहीं बेचे जा सकते हैं. लेकिन यह उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहे हैं. (National Family Health Survey )(NFHS )(Bundelkhand women under the influence of drugs)(NFHS Survey on Bundelkhand )

सागर। नशे का चलन महिलाओं में तेजी से बढ़ता जा रहा है. खास बात ये है कि बुंदेलखंड जैसे इलाके में भी महिलाएं तेजी से तंबाकू से बने उत्पादों और शराब के नशे की गिरफ्त में आ रही हैं. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS ) द्वारा बुंदेलखंड के 5 जिलों में महिलाओं में नशे की प्रवृत्ति को लेकर कराए गए सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. बुंदेलखंड की महिलाएं तेजी से तंबाकू से बने नशे के उत्पादों की गिरफ्त में आ रही हैं. तो वहीं धीरे-धीरे ही सही, लेकिन बुंदेलखंड में महिलाओं में शराब का चलन बढ़ रहा है. बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में जहां महिलाएं शराब की शौकीन हो रही हैं, तो दमोह में सबसे ज्यादा तंबाकू से बने नशे के उत्पादों का सेवन कर रही हैं. नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए कानूनी प्रावधान के अलावा सरकार द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर कराया गया सर्वे: बुंदेलखंड की महिलाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर सागर संभाग के 5 जिलों में पहली बार सर्वे कराया गया है. इस सर्वे में उन महिलाओं की जानकारी जुटाई गई है. जो तंबाकू से बने उत्पादों और शराब का नशा कर रही हैं. अब 3 साल बाद स्वास्थ्य मंत्रालय फिर यह सर्वे कराएगा और सर्वे के आंकड़े के आधार पर मौजूदा आंकड़ों और नए आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा. अध्ययन से आए परिणाम के आधार पर महिलाओं में नशे की प्रवृत्ति रोकने की उपाय ढूंढे जाएंगे.

Bundelkhand women under the influence of drugs shows NFHS survey
नशे की गिरफ्त में बुंदेलखंड की महिलाएं

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े चिंताजनक: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े काफी चिंताजनक है खासकर तंबाकू से बने उत्पादों के प्रयोग का चलन महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा है तंबाकू और उस से बने उत्पादों के बुंदेलखंड की महिलाएं काफी आगे हैं.

Reality Check: वाहन चालक सावधान! बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर स्पीड में चलेंगे तो हो सकते हैं हादसे का शिकार

जिले वार तंबाकू के उत्पादों का सेवन करने वाली महिलाएं: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे तंबाकू के उत्पादों का सेवन करने वाली सागर संभाग की महिलाएं सबसे ज्यादा दमोह जिले में पाई गई हैं. दमोह जिले की 16.1% महिलाएं तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन करती हैं. इसके बाद पन्ना जिले में 13.6% महिलाएं तंबाकू के उत्पादों का सेवन करती हैं. छतरपुर जिले में 10.8% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं. संभागीय मुख्यालय सागर में जिले में 10.6% महिलाएं तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन करती हैं. टीकमगढ़ जिले में यह आंकड़ा काफी कम हैं और 5.6% महिलाएं ही तंबाकू उत्पादों का सेवन करती हैं. (Chattarpur women fond of Liquor)(Damoh women fond of tobacco)

धीरे-धीरे बढ़ रहा है महिलाओं में शराब का चलन : नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे द्वारा बुंदेलखंड की महिलाओं में शराब के चलन का भी सर्वे किया गया है. लेकिन राहत की बात ये है कि तंबाकू के मुकाबले शराब के नशे का चलन बुंदेलखंड की महिलाओं में कम है. हालांकि, बुंदेलखंड के हर जिले में शराब का सेवन करने वाली महिलाएं इस सर्वे में सामने आई हैं. सबसे ज्यादा छतरपुर जिले में 0.5% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं इसके बाद सागर, टीकमगढ़ और पन्ना जिले में 0.3% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं. दमोह जिले में शराब का सेवन करने वाली महिलाओं की संख्या दशमलव 1% है.

नशा मुक्ति के सभी प्रयास बेमानी : सरकार ने नशे की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए कई अभियान और कानून बनाए हुए हैं, लेकिन इनका पालन सही तरीके से नहीं हो रहा है. सरकार द्वारा राष्ट्रीय तंबाकू निषेध अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है, लेकिन तंबाकू और उसके उत्पादों के चलन पर कोई असर नहीं पड़ा है. इसके अलावा सरकार द्वारा खुलेआम तंबाकू उत्पाद स्कूल कॉलेज के आस-पास बेचे जाने पर प्रतिबंध है. लेकिन इन नियमों का पालन नहीं हो रहा है. नियम अनुसार शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास की दुकानों पर नशे से संबंधित कोई भी उत्पाद नहीं बेचे जा सकते हैं. लेकिन यह उत्पाद धड़ल्ले से बिक रहे हैं. (National Family Health Survey )(NFHS )(Bundelkhand women under the influence of drugs)(NFHS Survey on Bundelkhand )

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