जबलपुर। मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र में फंसे मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन जबलपुर पहुंची. जहां जिला प्रशासन के साथ आरपीएफ और जीआरपी ने ट्रेन से आए मजदूरों की स्क्रीनिंग की और उनके खाने पीने की व्यवस्था की. इस दौरान मजदूरों ने सोशल डिस्टेन्स का पालन भी किया. अब इन मजदूरों को उनके जिले बसों से भेजा जाएगा.
महाराष्ट्र से आए करीब 25 जिलों के मजदूर
महाराष्ट्र से चलकर जबलपुर आई ट्रेन में वो मजदूर आए थे जो कि मध्यप्रदेश में अलग-अलग जिलो में रहते थे और लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्य में फंसे थे. इन मजदूरों में कोई बिस्किट कंपनी में काम करता था तो कोई धागा कंपनी में. जबलपुर अपर कलेक्टर बी.डी द्विवेदी ने बताया कि आज श्रमिक स्पेशल ट्रेन से करीब 25 जिलो के मजदूर पहुंचे हैं. ये मजदूर सतना-कटनी-जबलपुर-रीवा-बैतूल-बालाघाट-डिंडोरी-छिंदवाड़ा-मंडला सहित करीब 25 जिलों के मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कर इन्हें अलग-अलग जिलों में बसों से भेजा गया.
करीब ढाई घंटे लेट से पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन
महाराष्ट्र के अकोला से चली इस ट्रेन में करीब 1160 मजदूर लेकर जबलपुर पहुंची, श्रमिक स्पेशल ट्रेन को सुबह 5 बजे पहुंचना था लेकिन वो सुबह साढ़े 7 बजे जबलपुर स्टेशन पहुंची. मजदूरों के जबलपुर पहुंचने पर उनकी स्क्रीनिंग करने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम पहले से ही मौजूद रहा. आरपीएफ और जीआरपीएफ को स्टेशन के अंदर और बाहर दोनों जगह तैनात किया गया था.
स्टेशन पर अधिकारी रहे मौजूद
राज्य सरकार और संभाग कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी के निर्देश पर महाराष्ट्र से आए मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जिला प्रशासन से अपर कलेक्टर बीडी द्विवेदी के साथ तहसीलदार और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे. वहीं एसआरपी सुनील जैन, जीआरपी थाना प्रभारी मंजीत सिंह, आरपीएफ टीआई वीरेंद्र सिंह, सिविल लाइन टीआई संजय भलावी सहित पुलिस स्टाफ मौजूद रहा.