इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार ने रैन बसेरों में जरूरतमंदों के लिए कई तरह की सुविधाओं के इंतजाम का दावा किया है. बढ़ती ठंड से बचने के लिए प्रदेश सरकार ने रैन बसेरों में गरीब और बाहर से आए लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है. ऐसा ही कुछ इंतजाम इंदौर के रैन बसेरों में भी नजर आए जब ईटीवी भारत की टीम इन जगहों पर आधी रात रियलिटी चेक के लिए पहुंची.
इंदौर के रैन बसेरों में ठंड को देखते हुए पुख्ता इंतजाम जिला प्रशासन और इंदौर नगर निगम की तरफ से किए गए है. इंदौर के वीआईपी रोड पर बने रैन बसेरे में तकरीबन 10 से अधिक पलंग लगाए गए, जिन पर गद्दे समेत ठंड से बचाव के पुख्ता इंतजाम नजर आए. वहीं बढ़ती ठंड के बाद भी रैन बसेरे खाली ही नजर आ रहे हैं.ज्यादातर लोग धर्मशाला और लॉज में रुकना ही पसंद कर रहे हैं.
रैन बसेरों में लोग मजबूरी में ही आते नजर आ रहे हैं, किला मैदान स्थित रैन बसेरे में भी जो लोग रुके हुए हैं. उनकी संख्या एक या दो ही है और बाकी पलंग खाली पड़े हुए नजर आ रहे हैं. वहीं सुरक्षा की दृष्टि से रैन बसेरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जो भी व्यक्ति इन रैन बसेरों में रुकने के लिए आ रहा है, उसकी पूरी जानकारी वहां पर एक रजिस्टर में की जाती है, उनसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड की फोटो कॉपी ली जाती है.
महिला और पुरुषों के लिए रैन बसेरों में अलग-अलग व्यवस्था की गई है. 24 घंटे इन रैन बसेरों में 1 कर्मचारी तैनात रहता है, जो इन रैन बसेरों में आने और जाने वालों की एंट्री करता है. ईटीवी भारत संवाददाता ने भी रैन बसेरा का मुआयना किया और देखा किस तरह की व्यवस्था इंदौर नगर निगम और जिला प्रशासन ने इन रैन बसेरों में की है.
इंदौर में कई जगह पर रैन बसेरे प्रशासन के द्वारा बनाए गए हैं, जहां पर जरूरतमंद लोग ठंड से बचने के लिए रुकते हैं, फिलहाल जैसे- जैसे इंदौर में ठंड बढ़ती जाएगी इन रैन बसेरों में लोगों की संख्या में भी इजाफा होता जाएगा.