इंदौर। रात को माता-पिता और भाई-बहन के साथ सो रही 7 साल की एक बच्ची की गर्दन दबाकर तेंदुआ (Leopard) उठाकर ले जाने लगा. बच्ची ने जब शोर मचाया तो बेटी की जान बचाने के लिए माता-पिता और मासूम भाई-बहन तेंदुए (Leopard) से जा भिड़े. परिवार के हमले से घबराकर तेंदुआ (Leopard) बच्ची को वहीं छोडक़र भाग गया, बच्ची को घायल अवस्था में परिजनों ने इलाज के लिए निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. यहां उसकी मौत हो गई. घटना सिमरोल थाना क्षेत्र की है.
बच्ची को छोड़कर भागा: जंगल के पास बसे सिमरोल (Simrol) के मेंडल गांव में रहने वाला राजू घर के बाहर पत्नी और बच्चों के साथ सो रहा था. इस दौरान वहां तेंदुआ (Leopard) आ पहुंचा और उसने बच्ची रूबिना की गर्दन पकड़ ली . रूबिना ने जब शोर मचाया तो राजू, उसकी पत्नी और बच्चे भी जाग गए. तेंदुआ रूबिना को जंगल की ओर लेकर भाग रहा था इसी दौरान राजू और उसके परिवार ने शोर मचाने के साथ डंडे और पत्थरों से उस पर हमला किया. आसपास के ग्रामीणों ने भी तेंदुए का पीछा करने लगेा. इस दौरान तेंदुआ बच्ची को छोड़कर भाग गया. बच्ची को घायल अवस्था में लेकर परिजन इलाज के लिए एक निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया. बच्ची के गले में गहरा घाव होने और ज्यादा खून बह जाने से उसकी मौत हो गई.
घर के पास से बच्चे को उठा ले गया तेंदुआ, खून से लथपथ मिला शव
गांव में तेंदुए की दहशत: परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस के साथ वन विभाग को दी. बताया गया कि सिमरोल क्षेत्र ( Simrol area) के जंगल से घिरे कई गांवों में तेंदुओं (Leopard) की दहशत है. तेंदुए अकसर किसानों के पालतू जानवरों का शिकार करने गांवों में घुस आते हैं. भेरूघाट के खंडवा रोड पर भी कई बार तेंदुए भटकते हुए देखे जा चुके हैं. हालांकि इस मामले में पुलिस ने इस मर्ग कायम कर लिया है. वन विभाग की टीम भी तेंदुए की तलाश में जुट गई है.