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पीएम मोदी आज करेंगे एशिया के सबसे बड़े बायो CNG प्लांट का उद्घाटन

मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर की पहचान देश के सबसे साफ सुथरे शहर के तौर पर है, अब यह पर्यावरण संरक्षण के मामले में भी अपनी पहचान बनाने जा रहा है. यहां हर रोज निकलने वाले कचरे से इतनी बायो सीएनजी बनेगी कि चार सौ यात्री गाड़ियों के ईंधन के तौर पर उपयोग में लाई जा सकेगी. इंदौर में एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट का शनिवार को पीएम मोदी लोकार्पण करेंगे.

PM Modi to inaugurate Asia largest Bio CNG plant
पीएम मोदी करेंगे एशिया के सबसे बड़े बायो CNG प्लांट का उद्घाटन
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Published : Feb 17, 2022, 8:25 AM IST

Updated : Feb 19, 2022, 6:58 AM IST

इंदौर। स्वच्छता में देश में सिरमौर इंदौर अब पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपना परचम लहराने जा रहा है. इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट बनाया गया है. जहां कचरे से ऊर्जा बनाने की अकल्पनीय सोच को साकार किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (19 फरवरी) को इस प्लांट का लोकार्पण करेंगे. इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान भी वर्चुअली शामिल होंगे. इंदौर कचरे से उच्च कोटि की सीएनजी गैस तैयार करके शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी प्रदूषण मुक्त करने जा रहा है. इंदौर नगर निगम ने यूरोप और यूके की एक कंपनी के साथ मिलकर बायो मीथेन प्लांट स्थापित किया है. इसके शुभारंभ के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दोपहर एक बजे वर्चुअली जुड़ेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री इंदौर के अलावा भोपाल और देवास के स्वच्छता अभियान से जुड़े प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे.

इंदौर में बना एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट

तैयारियों में जुटा प्रशासनिक अमला
बायो मीथेन प्लांट की स्थापना 2 साल पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने की थी. प्लांट के शुभारंभ के साथ ही इंदौर देश का पहला ऐसा शहर होगा जो गीले और सूखे कचरे (wet and dry garbage) का सफल निष्पादन करते हुए कचरे से भी करोड़ों की कमाई करेगा. नगर निगम की कमिश्नर प्रतिभा पाल ने बताया कि ये संयंत्र रोज 18 हजार लीटर बायो सीएनजी के साथ-साथ 100 टन अच्छी गुणवत्ता वाली सिटी कम्पोस्ट भी तैयार करेगा. शहर की 400 डीजल बसों के स्थान पर इतनी ही नई सीएनजी से चलने वाली बसें चलाई जाएंगी.

कई शहरों की पड़ताल के बाद इंदौर को चुना

भारत सरकार के साथ यूरोप और यूके की ज्वाइंट वेंचर वाली कंपनी एनवायरन ने भारत में उन शहरों की पड़ताल की थी जहां प्लांट को सफलतापूर्वक चलाया जा सके और जहां गीले और सूखे कचरे का सैरीगेशन प्लांट की जरूरत के माध्यम से होता हो. देश के कई शहरों से एकत्र किए गए 200 सैंपल के बाद जब इंदौर के कचरे के सैंपल से मिलान किया गया तो इंदौर के गीले कचरे में 99% शुद्धता पाई गई. जिसके बाद 2 साल पहले कंपनी ने यहां प्लांट लगाने की सहमति देते हुए यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड परिसर में प्लांट की स्थापना की. जब यहां टेस्टिंग के दौरान कचरे से बायो मीथेन और सीएनजी गैस बनाई गई उसकी शुद्धता भी सर्वाधिक 96% पाई गई.

  • मेरे प्रिय इंदौर वासियों, आपके शहर ने स्वच्छता के मामले में एक और उपलब्धि नवनिर्मित एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट के रूप में दर्ज करने की तैयारी कर ली है। स्वच्छता के साथ ये प्लांट भी देश को नई दिशा देगा। कलेक्टर, नगर निगम की टीम सहित आप सभी को बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं। https://t.co/CfUK6dj1wU

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कचरे से करोड़ों की कमाई करेगा नगर निगम

इंदौर में ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित 15 एकड़ में डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से एशिया का सबसे बड़ा बायो नेचुरल गैस सीएनजी प्लांट तैयार किया गया है. इस प्लांट से रॉयल्टी के बतौर इंदौर नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपए प्राप्त होंगे और इससे सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व भी बचेगा. इसके अलावा जो गैस यहां तैयार होगी वह एग्रीमेंट के अनुसार बाजार भाव से 5 रुपए कम की दरों पर इंदौर नगर निगम को दी जाएगी. यह प्लांट 2 साल में बनकर तैयार हुआ है जिसकी स्थापना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शुभारंभ करने जा रहे हैं.

Face To Face: नगर निगम आयुक्त ने बताया कचरे से कैसे ऑपरेट होगा इंदौर का पब्लिक ट्रांसपोर्ट, जानें

कचरे का 100 फीसदी निष्पादन करने वाला शहर

गीले कचरे का निस्तारण हमेशा से सबसे बड़ी समस्या रही है. लेकिन इंदौर देश का एकमात्र शहर है जहां प्रतिदिन निकलने वाला 600 टन गीला कचरा अब पूरी तरीके से मीथेन गैस में तब्दील करके इंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा सूखे कचरे से अलग-अलग एग्रीगेशन के बाद विभिन्न उत्पाद बनाए जा रहे हैं, जो बाजार भाव से शहर में बेचे जा रहे हैं. जिससे नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपए प्राप्त हो रहे हैं.

(Indore 400 passenger buses will run everyday with CNG)

इंदौर। स्वच्छता में देश में सिरमौर इंदौर अब पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपना परचम लहराने जा रहा है. इंदौर में एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट बनाया गया है. जहां कचरे से ऊर्जा बनाने की अकल्पनीय सोच को साकार किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (19 फरवरी) को इस प्लांट का लोकार्पण करेंगे. इसमें सीएम शिवराज सिंह चौहान भी वर्चुअली शामिल होंगे. इंदौर कचरे से उच्च कोटि की सीएनजी गैस तैयार करके शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी प्रदूषण मुक्त करने जा रहा है. इंदौर नगर निगम ने यूरोप और यूके की एक कंपनी के साथ मिलकर बायो मीथेन प्लांट स्थापित किया है. इसके शुभारंभ के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दोपहर एक बजे वर्चुअली जुड़ेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री इंदौर के अलावा भोपाल और देवास के स्वच्छता अभियान से जुड़े प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे.

इंदौर में बना एशिया का सबसे बड़ा बायो सीएनजी प्लांट

तैयारियों में जुटा प्रशासनिक अमला
बायो मीथेन प्लांट की स्थापना 2 साल पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने की थी. प्लांट के शुभारंभ के साथ ही इंदौर देश का पहला ऐसा शहर होगा जो गीले और सूखे कचरे (wet and dry garbage) का सफल निष्पादन करते हुए कचरे से भी करोड़ों की कमाई करेगा. नगर निगम की कमिश्नर प्रतिभा पाल ने बताया कि ये संयंत्र रोज 18 हजार लीटर बायो सीएनजी के साथ-साथ 100 टन अच्छी गुणवत्ता वाली सिटी कम्पोस्ट भी तैयार करेगा. शहर की 400 डीजल बसों के स्थान पर इतनी ही नई सीएनजी से चलने वाली बसें चलाई जाएंगी.

कई शहरों की पड़ताल के बाद इंदौर को चुना

भारत सरकार के साथ यूरोप और यूके की ज्वाइंट वेंचर वाली कंपनी एनवायरन ने भारत में उन शहरों की पड़ताल की थी जहां प्लांट को सफलतापूर्वक चलाया जा सके और जहां गीले और सूखे कचरे का सैरीगेशन प्लांट की जरूरत के माध्यम से होता हो. देश के कई शहरों से एकत्र किए गए 200 सैंपल के बाद जब इंदौर के कचरे के सैंपल से मिलान किया गया तो इंदौर के गीले कचरे में 99% शुद्धता पाई गई. जिसके बाद 2 साल पहले कंपनी ने यहां प्लांट लगाने की सहमति देते हुए यहां ट्रेंचिंग ग्राउंड परिसर में प्लांट की स्थापना की. जब यहां टेस्टिंग के दौरान कचरे से बायो मीथेन और सीएनजी गैस बनाई गई उसकी शुद्धता भी सर्वाधिक 96% पाई गई.

  • मेरे प्रिय इंदौर वासियों, आपके शहर ने स्वच्छता के मामले में एक और उपलब्धि नवनिर्मित एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांट के रूप में दर्ज करने की तैयारी कर ली है। स्वच्छता के साथ ये प्लांट भी देश को नई दिशा देगा। कलेक्टर, नगर निगम की टीम सहित आप सभी को बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं। https://t.co/CfUK6dj1wU

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 17, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कचरे से करोड़ों की कमाई करेगा नगर निगम

इंदौर में ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित 15 एकड़ में डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से एशिया का सबसे बड़ा बायो नेचुरल गैस सीएनजी प्लांट तैयार किया गया है. इस प्लांट से रॉयल्टी के बतौर इंदौर नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपए प्राप्त होंगे और इससे सरकार का करोड़ों रुपये का राजस्व भी बचेगा. इसके अलावा जो गैस यहां तैयार होगी वह एग्रीमेंट के अनुसार बाजार भाव से 5 रुपए कम की दरों पर इंदौर नगर निगम को दी जाएगी. यह प्लांट 2 साल में बनकर तैयार हुआ है जिसकी स्थापना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शुभारंभ करने जा रहे हैं.

Face To Face: नगर निगम आयुक्त ने बताया कचरे से कैसे ऑपरेट होगा इंदौर का पब्लिक ट्रांसपोर्ट, जानें

कचरे का 100 फीसदी निष्पादन करने वाला शहर

गीले कचरे का निस्तारण हमेशा से सबसे बड़ी समस्या रही है. लेकिन इंदौर देश का एकमात्र शहर है जहां प्रतिदिन निकलने वाला 600 टन गीला कचरा अब पूरी तरीके से मीथेन गैस में तब्दील करके इंधन के रूप में उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा सूखे कचरे से अलग-अलग एग्रीगेशन के बाद विभिन्न उत्पाद बनाए जा रहे हैं, जो बाजार भाव से शहर में बेचे जा रहे हैं. जिससे नगर निगम को हर साल करोड़ों रुपए प्राप्त हो रहे हैं.

(Indore 400 passenger buses will run everyday with CNG)

Last Updated : Feb 19, 2022, 6:58 AM IST
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