ग्वालियर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत शहर की सड़कों को धूल मुक्त बनाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है. शहर में वायु प्रदूषण लोगों को बीमार कर रहा है, इसी वजह से नगर निगम ने शहर की 100 किलोमीटर की सड़कों को डस्ट फ्री बनाने का काम शुरू कर दिया है. धूल मुक्त शहर के लिए नगर निगम 50 किलोमीटर के हिस्से में सड़क किनारे फुटपाथों पर पेवर्स लगाएगा, जबकि 50 किलाेमीटर के फुटपाथ पर आम लोगों के द्वारा पेवर्स लगाकर डस्ट फ्री किया जाएगा. (Dust free road built in Gwalior)
100 किलोमीटर सड़कें होगी धूल मुक्त
शहर के प्रमुख सड़कों के आसपास कच्चा स्थान होने की वजह से धूल उड़ती रहती है. ऐसे इलाकों को चिह्नित करके नगर निगम उसमें पेवर ब्लॉक और गार्डन डेवलप करने का काम करने में जुट गया है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत शहर में तीन सर्वे किए जाएंगे. इनमें पहले फीडबैक लिया जाएगा, जिसमें शहर के लोगाें से टीमें आकर सीधे बात करेंगी, और उनके आधार पर सिटीजन फीडबैक के अंक दिए जाएंगे. (Gwalior air pollution)
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इसके बाद ओडीएफ की टीम आएगी, जो शहर के शौचालयों और गंदगी आदि के फोटो निकालकर उसे पोर्टल पर अपलोड करेगी. इन टीमों को लोकेशन इनके मुख्यालय से मोबाइल पर भेजी जाएगी. साथ ही मोबाइल पर ही स्थान की गूगल लोकेशन भी भेजी जाएगी. वहीं तीसरी टीम वॉटर प्लस कैटेगरी के लिए आएगी. यह शहर के सीवेज से निकले गंदे पानी के रियूज, के साथ ही पांच जलाशयों के फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड करेगी.
धूल से वायु प्रदूषण पर काफी असर
नगर निगम कमिश्नर किशोर कन्याल का कहना है कि शहर में कई सड़कें ऐसी हैं, जिनमें कच्ची सड़कों पर धूल होने की वजह से लोग काफी परेशान हैं. ऐसी सड़कों की लगातार लोगों के द्वारा शिकायत आ रही थी. धूल होने के कारण वायु प्रदूषण पर काफी असर देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि नगर निगम की मदद से 100 किलोमीटर की सड़कों का काम शुरू कर दिया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस लगातार सवाल खड़े कर रही है.