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कुत्ते के काटने से भैंस और बछड़े की मौत, रेबीज का टीका लगवाने के लिए अस्पताल भागे 1000 लोग - रेबीज टीके के लिए अस्पताल पहुंचे लोग

ग्वालियर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक गांव में कुत्ते के काटने से एक भैंस और उसके बछड़े की मौत हो गई. फिर क्या था, दहशत में लोग रेबीज का टीका लगवाने के लिए अस्पताल पहुंच गए, क्योंकि उन्होंने मरने वाली भैंस का दूध पी लिया था. (Buffalo dies due to dog bite in Gwalior)

Buffalo dies due to dog bite in Gwalior
कुत्ते के काटने से भैंस की मौत
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Published : Mar 27, 2022, 11:52 AM IST

भोपाल/ग्वालियर। मध्य प्रदेश के एक गांव में कुत्ते के काटने से एक भैंस और उसके बछड़े की मौत ने लोगों में दहशत पैदा कर दी, जिससे उन्हें रेबीज के टीके के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. घटना ग्वालियर जिले के एक गांव की है. गुरुवार को भैंस और उसके बछड़े की मौत की खबर फैलते ही गांव के लोग चिंतित हो गए. वे घबरा गए और एक स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे क्योंकि उन्होंने मरने वाली भैंस का दूध पी लिया था.

भीड़ को देखकर अस्पताल स्टॉफ हैरान: भैंस की मौत की खबर सुनते ही एक के बाद एक लोग रेबीज का टीका लगाने के लिए दौड़ पड़े. बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने से मेडिकल स्टाफ हैरान रह गया और उन्हें पता चला कि एक पागल आवारा कुत्ते के काटने से एक भैंस और उसके बछड़े की मौत हो गई है. ग्वालियर जिले के डबरा कस्बे में अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर ने कहा, "गांव में हड़कम्प मच गया जब सैकड़ों लोगों को पता चला कि एक धार्मिक समारोह में उन्होंने जो 'रायता' खाया था, वह उसी भैंस के दही से बनाया गया था".

पागल कुत्ते ने काटा था भैंस को : रिपोर्ट्स के मुताबिक एक ही भैंस का दूध भी कई घरों में पहुंचाया गया. लोग यह जानकर घबरा गए कि जिस कुत्ते ने भैंस को काटा था, वह पागल था. यह खबर फैलते ही लोगों को डर लगने लगा कि कहीं दूध और दही से उन्हें रेबीज न हो जाए. रेबीज के टीके के सीमित स्टॉक के साथ, वहां एकत्र हुए लगभग 1,000 लोगों को चिकित्सा कर्मचारियों को लोगों को समझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. वे सभी खुद को बचाने के लिए टीका लगवाना चाहते थे.

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रेबीज टीके का स्टॉक हुआ समाप्त: स्थिति बिगड़ने पर ग्वालियर मेडिकल कॉलेज और संक्रामक रोग केंद्र के अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डबरा क्षेत्र जाना पड़ा. रेबीज इंजेक्शन की उच्च मांग के साथ, पीएचसी में रेबीज रोधी स्टॉक भी समाप्त हो गया. उन्होंने आगे कहा कि लगभग 1,000 लोग एंटी-रेबीज डोज लेना चाहते थे, लेकिन उनमें से केवल एक को ही टीका लग पाया. हालांकि 150 लोग नहीं माने और उन्हें टीका लगाया गया. जिन्हें टीका नहीं लगा, उनमें से कई ने टीकाकरण के लिए निजी अस्पतालों से संपर्क भी किया. (Buffalo dies due to dog bite in Gwalior)

(एजेंसी-आईएएनएस)

भोपाल/ग्वालियर। मध्य प्रदेश के एक गांव में कुत्ते के काटने से एक भैंस और उसके बछड़े की मौत ने लोगों में दहशत पैदा कर दी, जिससे उन्हें रेबीज के टीके के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. घटना ग्वालियर जिले के एक गांव की है. गुरुवार को भैंस और उसके बछड़े की मौत की खबर फैलते ही गांव के लोग चिंतित हो गए. वे घबरा गए और एक स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे क्योंकि उन्होंने मरने वाली भैंस का दूध पी लिया था.

भीड़ को देखकर अस्पताल स्टॉफ हैरान: भैंस की मौत की खबर सुनते ही एक के बाद एक लोग रेबीज का टीका लगाने के लिए दौड़ पड़े. बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने से मेडिकल स्टाफ हैरान रह गया और उन्हें पता चला कि एक पागल आवारा कुत्ते के काटने से एक भैंस और उसके बछड़े की मौत हो गई है. ग्वालियर जिले के डबरा कस्बे में अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर ने कहा, "गांव में हड़कम्प मच गया जब सैकड़ों लोगों को पता चला कि एक धार्मिक समारोह में उन्होंने जो 'रायता' खाया था, वह उसी भैंस के दही से बनाया गया था".

पागल कुत्ते ने काटा था भैंस को : रिपोर्ट्स के मुताबिक एक ही भैंस का दूध भी कई घरों में पहुंचाया गया. लोग यह जानकर घबरा गए कि जिस कुत्ते ने भैंस को काटा था, वह पागल था. यह खबर फैलते ही लोगों को डर लगने लगा कि कहीं दूध और दही से उन्हें रेबीज न हो जाए. रेबीज के टीके के सीमित स्टॉक के साथ, वहां एकत्र हुए लगभग 1,000 लोगों को चिकित्सा कर्मचारियों को लोगों को समझाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. वे सभी खुद को बचाने के लिए टीका लगवाना चाहते थे.

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रेबीज टीके का स्टॉक हुआ समाप्त: स्थिति बिगड़ने पर ग्वालियर मेडिकल कॉलेज और संक्रामक रोग केंद्र के अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डबरा क्षेत्र जाना पड़ा. रेबीज इंजेक्शन की उच्च मांग के साथ, पीएचसी में रेबीज रोधी स्टॉक भी समाप्त हो गया. उन्होंने आगे कहा कि लगभग 1,000 लोग एंटी-रेबीज डोज लेना चाहते थे, लेकिन उनमें से केवल एक को ही टीका लग पाया. हालांकि 150 लोग नहीं माने और उन्हें टीका लगाया गया. जिन्हें टीका नहीं लगा, उनमें से कई ने टीकाकरण के लिए निजी अस्पतालों से संपर्क भी किया. (Buffalo dies due to dog bite in Gwalior)

(एजेंसी-आईएएनएस)

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