ग्वालियर। कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरे देश में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. इस महामारी से बचने के लिए हर कोई अपने-अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है. शासकीय स्वशासी आयुर्वेदिक महाविद्यालय भी मानव जीवन की रक्षा और महामारी से बचने के लिए आमजन की प्रतिरोधक क्षमता यानी कि इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ाने के लिए रात दिन काम कर रहे हैं.
यहां कोरोना वायरस से निपटने के लिए तो दवा नहीं बनी, लेकिन आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार और लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक गिलोय की गोलियां, चूर्ण और अणु तेल के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं. जो अलग-अलग मोहल्लों और कॉलोनियों में लोगों को निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं.
आयुर्वेदिक महाविद्यालय प्रबंधन का कहना हैं कि आयुष मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार रणनीति बनाई गई है. ताकि लोगों की सेहत बरकरार रहे और लोग कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपना इम्युनिटी सिस्टम बनाए रखें. क्योंकि इम्युनिटि सिस्टम बने रहने से कोरोना वायरस लोगों के शरीर को भेद नहीं सकता.
शासकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय के जरिए घर-घर तक संदेश पहुंचाने वाले और भौतिक रूप से दवाइयों के वितरण के माध्यम से लोगों की सेहत के रक्षकों के रूप में करीब 450 डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और जूनियर डॉक्टरों की टीम लगी है. जिनका मानना है कि लोगों को दवाई वितरण के साथ साथ वे भी कहीं ना कहीं इस विश्वव्यापी समस्या के समाधान की दिशा में अपना योगदान दे रहे हैं.