भोपाल। कमलनाथ सरकार में कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने रेत का अवैध खनन रोक पाने में सरकार को नाकाम बताकर सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ दी है, लेकिन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि गोविंद सिंह खुद अवैध खनन को संरक्षण दे रहे हैं. इस चिट्ठी के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है.
सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के इलाके में अवैध खनन हो रहा है, जिसमें खुद गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं. उन्होंने सीएम कमलनाथ को लिखे पत्र को सार्वजनिक भी किया है.
चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि एक तरफ कमलनाथ सरकार के सबसे वरिष्ठ और कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह अपने इलाके में अवैध खनन रोक पाने में अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं के लोगों पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लग रहे हैं. मप्र कांग्रेस कमेटी के अवैध खनन में डॉक्टर गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं, अवैध ट्रैक्टर, ट्राली और डंपर से थानों पर 1000 से लेकर 2500 तक की उगाही हो रही है, जिस पर उन्होंने सीएम कमलनाथ से कार्रवाई की मांग की है.
हालांकि सुनील तिवारी की चिट्टी पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि आरोप लगाने वाले अपना कद देखें. गोविंद सिंह कद्दावर नेता हैं, उनका राजनीति का लंबा अनुभव है. बरसों उन्होंने पार्टी की सेवा की है, पार्टी के लिए काम किया है. यदि इतने कद्दावर नेता के ऊपर आरोप लगाने के पहले उन्हें कोई अपनी बात रखनी थी तो पार्टी के समक्ष रखनी थी या फिर मुख्यमंत्री के समक्ष रखनी थी. यदि प्रमाण होते तो उनको सामने लाना था. मीडिया के सामने इस तरह की बयानबाजी अनुशासनहीनता के दायरे में आती है. इस तरह के लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.