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अवैध खनन रोकने में अपनी सरकार को नाकाम बताने वाले मंत्री पर माफिया को संरक्षण देने का आरोप

अवैध खनन रोकने के लिए कमलनाथ सरकार को नाकाम बताने वाले मंत्री गोविंद सिंह के खिलाफ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने सीएम कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर मंत्री गोविंद सिंह पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. जिसके बाद कांग्रेस की अंतर्कलह एक बार फिर खुलकर सामने आने लगी है.

मंत्री गोविंद सिंह पर लगा अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप
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Published : Aug 27, 2019, 5:46 PM IST

भोपाल। कमलनाथ सरकार में कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने रेत का अवैध खनन रोक पाने में सरकार को नाकाम बताकर सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ दी है, लेकिन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि गोविंद सिंह खुद अवैध खनन को संरक्षण दे रहे हैं. इस चिट्ठी के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है.

मंत्री गोविंद सिंह पर लगा माफिया को संरक्षण देने का आरोप

सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के इलाके में अवैध खनन हो रहा है, जिसमें खुद गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं. उन्होंने सीएम कमलनाथ को लिखे पत्र को सार्वजनिक भी किया है.

प्रदेश कांग्रेस सचिव सुनील तिवारी की चिट्टी
प्रदेश कांग्रेस सचिव सुनील तिवारी की चिट्टी

चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि एक तरफ कमलनाथ सरकार के सबसे वरिष्ठ और कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह अपने इलाके में अवैध खनन रोक पाने में अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं के लोगों पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लग रहे हैं. मप्र कांग्रेस कमेटी के अवैध खनन में डॉक्टर गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं, अवैध ट्रैक्टर, ट्राली और डंपर से थानों पर 1000 से लेकर 2500 तक की उगाही हो रही है, जिस पर उन्होंने सीएम कमलनाथ से कार्रवाई की मांग की है.

हालांकि सुनील तिवारी की चिट्टी पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि आरोप लगाने वाले अपना कद देखें. गोविंद सिंह कद्दावर नेता हैं, उनका राजनीति का लंबा अनुभव है. बरसों उन्होंने पार्टी की सेवा की है, पार्टी के लिए काम किया है. यदि इतने कद्दावर नेता के ऊपर आरोप लगाने के पहले उन्हें कोई अपनी बात रखनी थी तो पार्टी के समक्ष रखनी थी या फिर मुख्यमंत्री के समक्ष रखनी थी. यदि प्रमाण होते तो उनको सामने लाना था. मीडिया के सामने इस तरह की बयानबाजी अनुशासनहीनता के दायरे में आती है. इस तरह के लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

भोपाल। कमलनाथ सरकार में कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने रेत का अवैध खनन रोक पाने में सरकार को नाकाम बताकर सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ दी है, लेकिन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि गोविंद सिंह खुद अवैध खनन को संरक्षण दे रहे हैं. इस चिट्ठी के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह खुलकर सामने आने लगी है.

मंत्री गोविंद सिंह पर लगा माफिया को संरक्षण देने का आरोप

सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के इलाके में अवैध खनन हो रहा है, जिसमें खुद गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं. उन्होंने सीएम कमलनाथ को लिखे पत्र को सार्वजनिक भी किया है.

प्रदेश कांग्रेस सचिव सुनील तिवारी की चिट्टी
प्रदेश कांग्रेस सचिव सुनील तिवारी की चिट्टी

चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि एक तरफ कमलनाथ सरकार के सबसे वरिष्ठ और कद्दावर मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह अपने इलाके में अवैध खनन रोक पाने में अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हीं के लोगों पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लग रहे हैं. मप्र कांग्रेस कमेटी के अवैध खनन में डॉक्टर गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं, अवैध ट्रैक्टर, ट्राली और डंपर से थानों पर 1000 से लेकर 2500 तक की उगाही हो रही है, जिस पर उन्होंने सीएम कमलनाथ से कार्रवाई की मांग की है.

हालांकि सुनील तिवारी की चिट्टी पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि आरोप लगाने वाले अपना कद देखें. गोविंद सिंह कद्दावर नेता हैं, उनका राजनीति का लंबा अनुभव है. बरसों उन्होंने पार्टी की सेवा की है, पार्टी के लिए काम किया है. यदि इतने कद्दावर नेता के ऊपर आरोप लगाने के पहले उन्हें कोई अपनी बात रखनी थी तो पार्टी के समक्ष रखनी थी या फिर मुख्यमंत्री के समक्ष रखनी थी. यदि प्रमाण होते तो उनको सामने लाना था. मीडिया के सामने इस तरह की बयानबाजी अनुशासनहीनता के दायरे में आती है. इस तरह के लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

Intro:भोपाल। एक तरफ कमलनाथ सरकार के सबसे वरिष्ठ और कद्दावर मंत्री गोविंद सिंह अपने इलाके में अवैध उत्खनन रोक पाने में अपने आप को लाचार महसूस कर रहे हैं। तो दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के लोग अवैध उत्खनन को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे हैं। मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिख आरोप लगाया है कि उनके इलाके में चल रहे अवैध उत्खनन में डॉ. गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं।उन्होंने अपने पत्र को भी सार्वजनिक कर मीडिया से भी बात की है। इस बात को लेकर मप्र कांग्रेस जमकर नाराज है और कांग्रेस का कहना है कि अगर इनके पास कोई प्रमाण या जानकारी थी।तो इन्हें पार्टी फोरम या प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष बात रखनी थी। इस तरह से मीडिया में जाना अनुशासनहीनता की परिधि में आता है।


Body:दरअसल, दरअसल अपनी चिट्ठी में सुनील तिवारी ने आरोप लगाए हैं कि अवैध खनन में डॉक्टर गोविंद सिंह के करीबी लोग शामिल हैं। अवैध ट्रैक्टर, ट्राली और डंपर से थानों पर 1 हजार से लेकर 2500 तक की उगाही हो रही है।सुनील तिवारी ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि थानों से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों तक गोविंद सिंह के चहेतों को पदस्थ किया गया है। दतिया के प्रभारी मंत्री होने के नाते प्रशासन की कमान डॉक्टर गोविंद सिंह के पास है।अगर आज मंत्री बोल रहे हैं कि वह असहाय हैं, तो उन्हें मंत्री पद पर रहने का अधिकार नहीं है।अवैध खनन पर मंत्री गोविंद सिंह खुद अंकुश लगाएं या अपने पद से इस्तीफा दे दें। कांग्रेस के कार्यकर्ता अधिकारियों को सबक सिखाने में सक्षम हैं। अगर गोविंद सिंह अपना हस्तक्षेप बंद कर दें,तो 3 दिन में अवैध उत्खनन बंद करा दिया जाएगा।


Conclusion:उनके इस बयान पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि आरोप लगाने वाले अपना कद देखें। गोविंद सिंह कद्दावर नेता है,बरसों का उनका अनुभव है, बरसो उन्होंने पार्टी की सेवा की है, पार्टी के लिए काम किया है। यदि इतने कद्दावर नेता के ऊपर आरोप लगाने के पहले उन्हें कोई अपनी बात रखनी थी, तो पार्टी के समक्ष रखनी थी या फिर मुख्यमंत्री के समक्ष रखनी थी। यदि प्रमाण होते तो उनको सामने लाना था। मीडिया के सामने इस तरह की बयानबाजी अनुशासनहीनता के दायरे में आती है।इस तरह के लोगों पर कार्रवाई होना चाहिए।
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