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VVIP आम के पेड़! एमपी पुलिस कर रही पेड़ की रखवाली, जानिए क्या है मामला

एमपी पुलिस के जवान सिर्फ व्हीव्हीआईपी की ही सुरक्षा नहीं करते, बल्कि फलों के राजा (mango tree) आम की भी पहरेदारी करते हैं. भोपाल के लाल परेड ग्राउंड स्थित शहीद स्मारक के आसपास लगे आम के पेड़ों की सुरक्षा के लिए एसएएफ के जवान तैनात किए गए हैं.

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Published : Apr 5, 2022, 6:38 PM IST

vvip mango tree in madhya pradesh
एमपी पुलिस कर रही आम के पेड़ की रखवाली

भोपाल। आपको जानकर हैरानी होगी कि एमपी पुलिस के जवान सिर्फ व्हीव्हीआईपी की ही सुरक्षा नहीं करते, बल्कि फलों के राजा (mango tree) आम की भी पहरेदारी करते हैं. राजधानी के लाल परेड ग्राउंड स्थित शहीद स्मारक के आसपास लगे आम के पेड़ों की निगरानी के लिए एसएएफ के जवान तैनात किए गए हैं, जिसने इन पेड़ों के आम को कोई तोड़ भी नहीं सकता.

ग्राउंड में लगे हैं कई वैरायटी के पेड़: शहर के बीचों-बीच स्थित लाल परेड ग्राउंड में स्थित शहीद स्मारक के आसपास करीब 50 से ज्यादा आम के पेड़ लगे हुए हैं, इनमें हर साल देसी आम ही नहीं, बल्कि तोतापरी, दशहरी, लंगड़ा जैसी कई वैरायटी के आम लगते हैं, जो लोगों को खूब ललचाते हैं. लिहाजा इन आम के पेड़ों पर लगे आम को बचाने के लिए यहां पुलिस की निगरानी भी शुरू हो गई है.

यहां बिक रहा दुनिया का सबसे महंगा आम, दाम जानकर रह जाएंगे हैरान

24 घंटे तैनात रहते हैं एसएएफ के जवान: ग्राउंड पर एसएएफ के जवान तैनात हैं, जो लोगों को इन आमों के पेड़ के आसपास भी किसी को भटकने भी नहीं देते. एसएएफ के जवान यहां 24 घंटे तैनात रहते हैं, इतना ही नहीं रात में निगरानी के लिए पुलिस के जवान अपने साथ डंडे और टाॅर्च भी रखते हैं. आम पकने के बाद इन्हें पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बांट दिए जाते हैं.

vvip mango tree in madhya pradesh
एमपी पुलिस कर रही आम के पेड़ की रखवाली

ग्राउंड में बाहरी लोगों की आवाजाही की नो एंट्री: लाल परेड़ ग्राउंड और मोती लाल नेहरू स्टेडियम की देखरेख छठी बटालियन करती है, इसी बटालियन के चार जवान इन ग्राउंड पर 24 घंटे तैनात रहते हैं. हालांकि ग्राउंड पर स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे आयोजन, पुलिस गतिविधियां या फिर बड़े सरकारी कार्यक्रम ही होते हैं, लेकिन फिर भी आम दिनों में यहां बाहरी लोगों की आबाजाही पर रोक रहती है.

आम की अनोखी नीलामीः पुणे में 31 हजार में बिकी आम की एक टोकरी, 50 सालों में सबसे महंगी बोली

आयोजनों पर खुलते हैं सभी गेट: ग्राउंड में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए तीन गेट को हमेशा बंद रखा जाता है. यहां बस एक गेट से ही खुला रखा जाता है, बाकी गेट सिर्फ बड़े आयोजनों पर व्हीआईपी की आवाजाही के लिए खोले जाते हैं. एसएएफ एडीजी श्रीनिवास वर्मा के मुताबिक लाल परेड ग्राउंड की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा छठी बटालियन का है, लाल परेड और मोती लाल स्टेडियम में समय-समय पर कई सरकारी आयोजन होते हैं लिहाजा ग्राउंड की निगरानी के लिए लगातार बल तैनात किया जाता है.

भोपाल। आपको जानकर हैरानी होगी कि एमपी पुलिस के जवान सिर्फ व्हीव्हीआईपी की ही सुरक्षा नहीं करते, बल्कि फलों के राजा (mango tree) आम की भी पहरेदारी करते हैं. राजधानी के लाल परेड ग्राउंड स्थित शहीद स्मारक के आसपास लगे आम के पेड़ों की निगरानी के लिए एसएएफ के जवान तैनात किए गए हैं, जिसने इन पेड़ों के आम को कोई तोड़ भी नहीं सकता.

ग्राउंड में लगे हैं कई वैरायटी के पेड़: शहर के बीचों-बीच स्थित लाल परेड ग्राउंड में स्थित शहीद स्मारक के आसपास करीब 50 से ज्यादा आम के पेड़ लगे हुए हैं, इनमें हर साल देसी आम ही नहीं, बल्कि तोतापरी, दशहरी, लंगड़ा जैसी कई वैरायटी के आम लगते हैं, जो लोगों को खूब ललचाते हैं. लिहाजा इन आम के पेड़ों पर लगे आम को बचाने के लिए यहां पुलिस की निगरानी भी शुरू हो गई है.

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24 घंटे तैनात रहते हैं एसएएफ के जवान: ग्राउंड पर एसएएफ के जवान तैनात हैं, जो लोगों को इन आमों के पेड़ के आसपास भी किसी को भटकने भी नहीं देते. एसएएफ के जवान यहां 24 घंटे तैनात रहते हैं, इतना ही नहीं रात में निगरानी के लिए पुलिस के जवान अपने साथ डंडे और टाॅर्च भी रखते हैं. आम पकने के बाद इन्हें पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बांट दिए जाते हैं.

vvip mango tree in madhya pradesh
एमपी पुलिस कर रही आम के पेड़ की रखवाली

ग्राउंड में बाहरी लोगों की आवाजाही की नो एंट्री: लाल परेड़ ग्राउंड और मोती लाल नेहरू स्टेडियम की देखरेख छठी बटालियन करती है, इसी बटालियन के चार जवान इन ग्राउंड पर 24 घंटे तैनात रहते हैं. हालांकि ग्राउंड पर स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस जैसे आयोजन, पुलिस गतिविधियां या फिर बड़े सरकारी कार्यक्रम ही होते हैं, लेकिन फिर भी आम दिनों में यहां बाहरी लोगों की आबाजाही पर रोक रहती है.

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आयोजनों पर खुलते हैं सभी गेट: ग्राउंड में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए तीन गेट को हमेशा बंद रखा जाता है. यहां बस एक गेट से ही खुला रखा जाता है, बाकी गेट सिर्फ बड़े आयोजनों पर व्हीआईपी की आवाजाही के लिए खोले जाते हैं. एसएएफ एडीजी श्रीनिवास वर्मा के मुताबिक लाल परेड ग्राउंड की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा छठी बटालियन का है, लाल परेड और मोती लाल स्टेडियम में समय-समय पर कई सरकारी आयोजन होते हैं लिहाजा ग्राउंड की निगरानी के लिए लगातार बल तैनात किया जाता है.

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