भोपाल। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर कहा है कि जनता की सेवा करना उनके परिवार की परंपरा है. इसके लिए किसी पद की जरूरत नहीं है. सिंधिया आज मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं. यहां वे सत्ता और संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकत कर रहे हैं.
जनता की सेवा करता रहूंगा, पद हो या ना हो
ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मध्यप्रदेश के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने सत्ता और संगठन पर पदाधिकारियों से चर्चा की. केन्द्र में कैबिनेट मंत्री पद के बारे में पूछने पर सिंधिया ने एक बार फिर कहा है कि मेरी प्राथमिकता जनता की सेवा करना है. मैं इसी विचारधारा पर काम कर रहा हूं. मैं अपने पिता और दादा के पदचिह्नों पर चल रहा हूं. चाहे मेरे पास कोई पद हो या नहीं हो, मैं लोगों की सेवा करता रहूंगा. यही सिंधिया परिवार की हमेशा से सोच रही है.
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'एक-एक कार्यकर्ता मेरा है और मैं सभी का हूं'
सिंधिया ने कहा कि आप हर चीज में राजनीति क्यों देखते हैं, मेरे भी पारिवारिक संबंध होते हैं .जिनसे मैं मिलने आता हूं. कोई चीज मानवता भी होती है. कोरोना को नियंत्रण रखने के लिए हम और क्या कदम उठाएं उस पर भी तो हम लोग बात करते हैं .सब चीज आप पद और राजनीति केसाथ ना देखें. यह बदलाव हमें प्रदेश और देश की राजनीति में लाना है. मैं भारतीय जनता पार्टी में एक कार्यकर्ता हूं. एक-एक कार्यकर्ता मेरा है और मैं सभी का हूं .
'कांग्रेस को अपना भविष्य अपने आप ढूंढना है'
सिंधिया ने कहा कि बीजेपी में किसी नेता की कोई पैठ नहीं होती .सब कुछ संगठन होता है सेवा भाव होता है. जो व्यक्ति इसे नहीं मानेगा वह बीजेपी में नहीं रह पाएगा. कांग्रेस को लेकर सिंधिया ने कहा, कि मेरी आदत नहीं कि मैं कोई टिप्पणी करुं. कांग्रेस को अपना भविष्य अपने आप ढूंढना है. दूसरों पर टीका टिप्पणी करना मेरा स्वभाव नहीं है.