भोपाल। यूक्रेन में फंसे छात्रों को बाहर निकालने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है. लगातार वहां फंसे छात्रों को इंडिया लाया जा रहा है. यूक्रेन में और भी कई देशों के नागरिक हैं, जिनके लिए वहां से सुरक्षित निकलना बड़ी चुनौती है. इसमें पाकिस्तान के भी नागरिक शामिल हैं. भारत सरकार अपने लोगों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा' चला रही है. साथ ही भारत सरकार की तरफ से यह कहा गया था कि यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए भारतीय नागरिक भारत का तिरंगा लेकर मूव करें. खास बात यह है कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान के लोग भी वहां से निकलने के लिए अपने झंडे की जगह हमारे तिरंगा का सहारा ले रहे हैं, और खुद को भारतीय बताकर वहां से निकल रहे हैं. इसी को लेकर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मीडिया से क्या कुछ कहा आइए जानते हैं.
पीएम मोदी के वैश्विक नीतियों का असर
प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल में कोलार स्थित एक सरकारी जेनेरिक दवाओं के कार्यक्रम में पहुंची थी. यहां उन्होंने बेहतर काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया. इस दौरान साध्वी से जब पूछा गया कि यूक्रेन में जो स्थिति बनी है उस पर उनका क्या कहना है, तो प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि जिस तरह से वहां मौजूद छात्रों की वतन वापसी हो रही है, यह देश के प्रधानमंत्री की वैश्विक नीतियों का ही असर है. प्रधानमंत्री मोदी जिस तरह से सभी राष्ट्र के साथ समन्वय स्थापित किए हुए हैं. उसका ही नतीजा है कि अब यूक्रेन में फंसे छात्रों की लगातार वापसी हो पा रही है.कहीं खुशी, कहीं गम: सुनिए, रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच फंसे मध्य प्रदेश के बच्चों के परिवारों का दर्द
पाकिस्तान के बसों पर हिंदुस्तान का झंडा
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब यूक्रेन में हालात ऐसे हो गए हैं कि वहां मौजूद पाकिस्तान के छात्र भी अपनी जान बचाने के लिए हिंदुस्तान का झंडा उठा लेते हैं. अपनी बसों के आगे उन्होंने हिंदुस्तान का झंडा लगाया हुआ है जिससे उनकी जान बच जाए. (Indian Flag on Pakistan buses in Ukraine) (Ukraine Russia War)