भोपाल। मध्यप्रदेश में अब भ्रष्टाचारियों और घोटालेबाजों पर ईडी की कड़ी नजर है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने ईओडब्ल्यू से पिछले 2 साल में दर्ज सभी FIR की फाइल मांगी है. दरअसल भोपाल में ईडी का प्रदेश मुख्यालय खुलने के बाद मध्य प्रदेश के भ्रष्टाचारियों पर प्रवर्तन निदेशालय की पकड़ मजबूत हो गई है. जिसके बाद अब बड़े केसों में ईडी, जांच के लिए अपने हाथों में ले सकती है.
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कई हाई प्रोफाइल मामले ED की राडार पर:
- जबलपुर में ईसाई बिशप के पास मिली अकूत संपत्ति की जांच का मामला.
- भोपाल के कई हाईप्रोफाइल बिल्डरों द्वारा की गई जमीनों की हेराफेरी के साथ घोटालों की जांच.
- जबलपुर के अरबपति आरटीओ की जांच.
- भोपाल के गोविंदपुरा स्थित पान मसाला कंपनी की गड़बड़ी की जांच.
- अवैध उत्खनन नगर निगम से संबंधित भ्रष्टाचार की जांच.
- पिछले 2 साल में रिश्वत लेते हुए ट्रैप हुए और घोटाले, भ्रष्टाचार में लिप्त सभी बड़े अधिकारियों समेत शासकीय कर्मचारियों के मामले.
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश में ED कर चुकी है कारवाई: भोपाल में कारवां रिसोर्ट के मालिक के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. जिसमें 88 लाख से अधिक नकद बरामद हुए थे. साथ ही कारवां रिसोर्ट के मालिक के कई ठिकानों पर छापा मारा गया था. भोपाल में आरपीएम सोनिक एडवेंचर और कारवां रिसोर्ट के मालिक संजय विजय शिंदे के घर प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की रेड पड़ी थी. रिसोर्ट मालिक संजय विजय शिंदे के खिलाफ काले धन के प्रावधानों के तहत खिलाफ केस दर्ज किया गया. ईडी ने संजय विजय शिंदे के खिलाफ दायर मनी लॉन्ड्रिंग केस में भोपाल और गोवा के 4 ठिकानों पर एक साथ रेड डाली थी. शिंदे का नाम पनामा पेपर लीक मामले में सामने आया था.