सोनीपत: गोहाना से पैदल मध्य प्रदेश के लिए निकले करीब 60 प्रवासी मजदूर परिवार को गोहाना प्रशासन की ओर से ना सिर्फ रोक लिया गया, बल्कि आश्वासन दिया गया कि ना सिर्फ उन्हें बल्कि मध्य प्रदेश में रह रहे उनके बच्चों तक भी भोजन की व्यवस्था की जाएगी.
दरअसल, लॉकडाउन की वजह से काम ठप पड़ जाने के बाद मध्य प्रदेश के आए करीब 60 मजदूर परिवारों ने वापस घर जाने का फैसला किया था. जिसके बाद सभी लोग पैदल ही अपने घर के लिए निकल गए थे. ईटीवी भारत से बातचीत के दौराम महिला मजदूर रोने लगी थी और कह रही थी कि मध्य प्रदेश में उनके बच्चे अकेले हैं. अगर वो वहां नहीं गए तो उनके बच्चे भूखे मर जाएंगे.
वहीं मामले पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम आशीष वशिष्ठ और सिटी थाना एसएचओ निर्मल मौके पर पहुंचे. उन्होंने सभी मजदूरों को गोहाना में ही रुकने के लिए कहा. एसडीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी मजदूरों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें और उनके बच्चों को भोजन दिया जाएगा.
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एसडीएम ने कहा कि मजदूरों के बच्चों को वहां की सरकार अच्छे तरीके से रखेगी. आश्वासन देने के बाद सभी मजदूरों को सरकारी क्वार्टर में भेज दिया. जहां उनके मुफ्त में रहने और भोजन का प्रबंधन किया गया है.