जबलपुर। नर्मदा किनारे बसा हुआ एमपी का संस्कारधानी, बावजूद इसके गर्मी आते ही यहां पानी की भीषण समस्या आने लगती है. नगर निगम ने अमृत योजना के तहत शहर में करीब 16 पानी की टंकियों का निर्माण किया, पर अभी भी कई टंकियां ऐसी हैं जहां से पानी की सप्लाई नही हो रही है. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल भी गर्मियों में जबलपुर पानी को तरस जाएगा. जनता को पानी के लिए जदोजहद करना पड़ेगा.
पानी की टंकियों पर करोड़ों खर्च
वैसे तो जबलपुर नगर निगम ने पानी की टंकियों,सप्लाई लाइन और राइजिंग के लिए अमृत योजना से करीब 150 करोड़ रुपए खर्च किए हैं इसके बाद भी शहर के आखिरी छोर तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच पा रहा है. कई कॉलोनियों में पाइप लाइन तक नहीं बिछी है. जिसको लेकर कलेक्ट्रेट और नगर निगम में शिकायतें भी पहुंचने लगी हैं. अमृत योजना के तहत जल संकट ग्रस्त इलाकों में नर्मदा का जल पहुंचाने के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत से 16 पानी की टंकियां बनवाई हैं पर कई सालों से खड़ी ये पानी की टंकियां दिखावा बनकर रह गई हैं.
पैसे लेने के बाद भी नहीं मिला कनेक्शन
जबलपुर के उपनगरीय क्षेत्र रांझी मानेगांव में गर्मी हो या ठंड हर मौसम में पानी की लिए जनता को तरसना पड़ता है. यहां पर भी लाखों रुपए की लागत से अमृत योजना के तहत पानी की टंकी बनवाई गई, पर यह टंकी सफेद हाथी बनकर रह गई हैं. टंकी तो है पर भरती नही, कई जगह लोगों ने पानी के कनेक्शन के लिए पैसे तक नगर निगम में जमा कर दिए हैं पर सप्लाई लाइन न होने के कारण कनेक्शन नहीं पहुंचा.
नगर निगम का दवा, इस साल नहीं होगी पानी की किल्लत
गर्मी आते ही हर साल नगर निगम दावा करता है कि इस साल पानी की समस्या नहीं आएगी. इस बार भी कुछ ऐसा ही दावा किया गया है. जल विभाग के कार्यपालन यंत्री की माने तो पानी पर्याप्त मात्रा में है गर्मी में पानी की खपत ज्यादा हो जाने के कारण थोड़ी समस्या आती है पर नगर निगम ने गर्मी आने के पहले ही तैयारी पूरी कर रखी है. नगर निगम भले ही खूब दावे करें कि उनके पास पानी पर्याप्त है और जनता को पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा लेकिन जैसे ही गर्मियां आती हैं निगम की पूरी कवायद धरी की धरी रह जाती है. अब देखना यह होगा कि डेढ़ सौ करोड़ की लागत से बनी अमृत योजना की पानी की टंकियां जनता को कितनी राहत देती हैं.
एक नजर अमृत योजना के तहत बनी पानी की टंकियों पर….
- शहरी नवीनीकरण परिवर्तन मिशन योजना के तहत जबलपुर में बनी हैं 16 पानी की टंकियां.
- इन पानी की टंकियों को बनाने में कुल 150 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.
- पनागर विधानसभा में 7, कैंट में 4, बरगी में 1, पूर्व में 1,पश्चिम में 2 और उत्तर मध्य विधानसभा में 1 पानी की टंकियां बनवाई गई है.
- कटंगी मार्ग स्थित कृष्णा वाटिका में टंकी तो बन गई है पर पाइप लाइन नहीं बिछ पाने के कारण लोगों को स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है.
- मानेगांव में भी कई स्थानों पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जबकि इस क्षेत्र में टंकी बनकर तैयार हो चुकी है.
- यादव कॉलोनी स्थित साहिब परिसर के भी कुछ इसी तरह के हालात हैं यहां पर भी अंबे समय से जल संकट की स्थिति बनी है और स्थानीय रहवासी पानी को लेकर परेशान हैं.
- सूपाताल स्थिति छुई खदान इलाके में भी पानी की टंकी बन चुकी है पर यहां कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पानी नहीं पहुंच पा रहा है.
(Jabalpur Water Crisis) (Amrit water scheme in jabalpur) (150 crore rupees spent on water)