भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन 'सुशासन दिवस' के मौके पर भोपाल निवासियों के लिए दो योजनाओं का शुभारंभ किया गया. ये योजनाएं भोपाल में लागू हुई पुलिस आयुक्त प्रणाली (bhopal police commissioner system) के अंतर्गत बेहतर और जवाबदेह व्यवस्था का पालन करते हुए बनाईं गईं हैं. जिसमें भोपाल के नागरिकों को त्वरित और बेहतर सुविधा (started online services to better facilitate for citizens) तथा पुलिस में उत्तरदायित्व की भावना विकसित करने को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. उनमें से दो योजनाएं शनिवार से लागू की गईं.
ये हैं दो योजनाएं
पहली योजना पुलिस थाने के लिए
पहली योजना पुलिस थाने पर आने वाले नागरिकों को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार से जुड़ी हुई है. जिसमें थाने आने वाले हर नागरिक से समुचित व्यवहार और वैधानिक कार्यवाही करने को लेकर है, जिसमें-
- भोपाल पुलिस आयुक्त प्रणाली के तहत हर थाने पर एक विजिटिंग रजिस्टर रखा जाएगा.
- रजिस्टर में थाने पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह किसी भी काम से आया हो उसका रिकॉर्ड दर्ज किया जायेगा.
- आने वाले का नाम और मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा और थाने आने का कारण भी इसमें दर्ज होगा.
- हर दिन यह रिकॉर्ड दिन खत्म होने पर "कैसी है आपकी पुलिस" प्रकोष्ठ को भेजा जाएगा.
- कैसी है आपकी पुलिस प्रकोष्ठ थाने आने वाले लोगों से उन्हें दी गई सेवा के बारे में फोन कर जानकारी लेगा.
- जनता द्वारा दिए गए उत्तर से आधार पर पुलिस की सेवा और गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा.
-इसी आधार पर थाना प्रभारी सहित विभिन्न कर्मचारियों की दी गई सेवाओं और व्यवहार का मूल्यांकन कर ग्रेडिंग की जाएगी.
- भविष्य में इस ग्रेडिंग का प्रयोग कर्मचारियों की ड्यूटी और उपयोगिता के निर्धारण में भी जाएगा.
हेतु और दूसरी योजना भोपाल की सड़कों पर सुगम यातायात के दृष्टिकोण से बनाई गई है।
दूसरी योजना शहर के ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए
दूसरी योजना भोपाल नगरनिगम सीमा में सुगम यातायात के लिए तैयार की गई है. जिसमें
- शहर में किसी भी कारण से लगे ट्रैफिक जाम की स्थिति में जनता इस असुविधा की जानकारी तत्काल भोपाल कमिश्नर ऑफिस को भेज सकेगा. जिसे तुरंत यातायात शाखा को दिया जा सकेगा.
- सूचना मिलने पर भोपाल पुलिस तत्काल लोकेशन पर पहुंच कर ट्रैफिक क्लियर कराएगी.
- टैफिक जाम की यह सूचना "सिटिजन कॉप" एप्प पर देनी होगी. एप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
-इसके अलावा एप्प को लिंक https://www.citizencop.org/ से भी डाउनलोड कर सकते हैं.
- आम लोगों द्वारा दी गई सूचना पर सूचनाकर्ता की मोबाइल लोकेशन के आधार पर "एलर्ट जनरेट" होगा. जिस पर विभिन्न बीट पर तैनात पुलिस कर्मचारी उस लोकेशन पर पहुंचेंगे जिनकी मॉनिटरिंग की जाएगी.
पुलिस आयुक्त प्रणाली के अंतर्गत आम नागरिकों की सुविधा के लिए लॉन्च की गईं ये दोनों योजनाएं नागरिकों को पुलिस के करीब लाने के लिए हैं. जिनसे पुलिस की सुशासन की प्रक्रिया में जनता की सक्रिय भागीदारी की व्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.