भोपाल। राजधानी में पुलिस अभिरक्षा में शाजापुर निवासी घनश्याम उर्फ दिनेश सिसोदिया की मृत्यु के मामले में पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर की सिफारिश पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश गिरिबाला सिंह ने जुडिशल इंक्वायरी के आदेश दिए थे. जांच जेएमएफसी द्वारा की गई. शुरुआत में युवक की मां ने कहा कि, पुलिस ने उनकी उनके बेटे से बात कराई और कहा कि 4 लाख लेकर भोपाल आ जाए, लेकिन जब उनके वकीलों के सामने बयान दर्ज कराए गए तो वह अपने आरोपों से पलट गई. Bhopal Custodial Death
मजिस्ट्रेट के सामने आरोप से पलटी मां: घनश्याम उर्फ दिनेश सिसोदिया की मौत के मामले में क्राइम ब्रांच पर गंभीर आरोप लगे थे. क्योंकि पुलिस अभिरक्षा में उसकी मृत्यु हुई थी. इसलिए इस मामले में जुडिशल इंक्वायरी के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद कार्रवाई में ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के भी बयान लिए गए. दिनेश सिसोदिया के मां ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि, पुलिस वालों ने रात में उसकी दिनेश से बात कराई और कहा की 4 लाख रुपए ले कर कल सुबह भोपाल आ जाए पुलिस ने उसे पकड़ लिया है.
घायल अवस्था में मिला था घनश्याम: इस पूरे मामले में जब न्यायाधीश के सामने बयान लिए गए तब घनश्याम के परिजनों के साथ उनकी ओर से दो वकील भी आए थे. पुलिस के भी कथन लिए गए. पुलिस अपने बयान में बताया था कि, घनश्याम के साथ मारपीट की सूचना पर क्राइम ब्रांच वहां पहुंची थी. घनश्याम घायल अवस्था में उन्हें मिला था. इसके बाद वह उसे बैरागढ़ सभी चिकित्सालय में ले गए. यहां से 2 से ढाई घंटे के बाद डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी थी. इसके बाद घनश्याम ने क्राइम ब्रांच में जाकर बताया कि, वह लोग वाहन चोरी के लिए अक्सर भोपाल आते रहते हैं. उसने पुलिस को वो रास्ते भी बताएं जिन रास्तों से वह वाहन चोरी करके ले जाते हैं. इसी बीच घनश्याम की तबीयत बिगड़ी तो घनश्याम को नर्मदा हॉस्पिटल ले जाया गया. यहां उसकी मृत्यु हो गई थी.Bhopal Custodial Death
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परिजनों ने लगाए गए आरोप बयान में बदले: न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पुलिस के बयान के बाद घनश्याम के परिवार के सदस्यों और घनश्याम की मां के बयान लिए गए. पहले उन्होंने बताया कि, घनश्याम भोपाल के बैरागढ़ से कपड़े खरीदने आता था. जैसे-जैसे पुलिस ने साक्ष्य प्रस्तुत किया कि मृतक घनश्याम उर्फ दिनेश सिसौदिया के खिलाफ शाजापुर में पांच आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं. वह अपने साथियों के साथ वाहन चोरी की नीयत से भोपाल आया था. इसके पिता लछू सिसौदिया के खिलाफ शाजापुर में प्रकरण दर्ज बताए गए. इसके बाद घनश्याम की मां के साथ अन्य परिजनों ने अपने आरोप जो उन्होंने पुलिस पर लगाए थे वापस ले लिया और घनश्याम के परिजनों ने मर्चुरी के सामने काफी हंगामा भी किया था लेकिन अधिकारियों की समझाइश के बाद वह शांत हो गए थे. न्याययिक जांच के आदेश होने के कारण पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से बचते रहे. हालांकि परिजनों ने शाहजहांपुर ले जाकर घनश्याम का अंतिम संस्कार कर दिया है. घनश्याम की मृत्यु की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी. Bhopal Custodial Death