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चंद घंटों की बारिश ने खोली प्रशासन की पोल, सड़कों में भरा पानी

दमोह में मानसून की पहली बारिश जो केवल 25 मिनट तक हुई. इतने में ही सड़कें पानी से लबालब भर गईं. जिसने प्रशासन के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी.

Roads were overflowing due to the rain of Chand Ghanto
चंद घंटों की बारिश ने खोली प्रशासन की पोल,
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Published : Jun 14, 2020, 4:50 PM IST

दमोह। एक तरफ सरकार शहर को स्वस्थ, स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा रही है. वहीं दूसरी ओर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, संवेदकों और प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर में गंदगी का अंबरा लगा हुआ है, यहां नालियों की सफाई समय पर नहीं की जाती है. जिससे नाले का गंदा पानी बरसात के दिनों में लोगों के घरों में घुस जाता है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

मानसून की पहली बारिश जो केवल 25 मिनट तक हुई. इतने में ही सड़कें पानी से लबालब भर गईं. जिसने प्रशासन के तमाम वादों की पोल खोलकर रख दी. नाले बंद होने के कारण जल निकासी नहीं हो पाई. जिससे घंटों तक शहर के विभिन्न मोहल्लों में जलभराव की स्थिति रही.

दो हफ्ते से नाली सफाई के दावे कर रहा नगर परिषद शनिवार को दोपहर में हुई बारिश के दौरान हांफ गया. जलभराव से नगर परिषद भी अछूता नहीं रहा. सड़कें लबालब हो गई. बारिश बंद होने के बाद भी कई घंटे जलभराव रहा. जिसके कारण शहर का यातायात भी प्रभावित हो गया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां की गलियों में नालियां हमेशा चोक रहती हैं और पूरी सड़क में नालियों का गंदा पानी भरा रहता हैं. इसके लिए नगर के आला अधिकारी आंखे बंद किए हुए हैं, जिसके चलते उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में लोग कई सालों से परेशानी का सामना कर रहे हैं.

वहीं नगर परिषद के अधिकारी सीएमओ महेश सारिया ने बताया कि नालियां चोक होने की शिकायतें आ रही हैं. जिसको संज्ञान में लेते हुए जेसीबी से सफाई कार्य के आदेश दिए गए. जल्द नालियां साफ हो जाएंगी और नगर में जलभराव की समस्या पर भी विराम लगेगा.

यह समस्या कोई नई नहीं है, लोग कई सालों से इस गंदगी को झेल रहे हैं. आलम ये है कि नगर में बारिश हुई नही कि नालियां उफान पर आ जाती हैं. नगर में यह असुविधा सभी जगह पर है, चाहे वार्ड क्रमांक 2 की बात हो या वार्ड क्रमांक 5 की या फिर वार्ड क्रमांक 6 की, सभी जगह यही हाल है.

दमोह। एक तरफ सरकार शहर को स्वस्थ, स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा रही है. वहीं दूसरी ओर अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, संवेदकों और प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर में गंदगी का अंबरा लगा हुआ है, यहां नालियों की सफाई समय पर नहीं की जाती है. जिससे नाले का गंदा पानी बरसात के दिनों में लोगों के घरों में घुस जाता है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

मानसून की पहली बारिश जो केवल 25 मिनट तक हुई. इतने में ही सड़कें पानी से लबालब भर गईं. जिसने प्रशासन के तमाम वादों की पोल खोलकर रख दी. नाले बंद होने के कारण जल निकासी नहीं हो पाई. जिससे घंटों तक शहर के विभिन्न मोहल्लों में जलभराव की स्थिति रही.

दो हफ्ते से नाली सफाई के दावे कर रहा नगर परिषद शनिवार को दोपहर में हुई बारिश के दौरान हांफ गया. जलभराव से नगर परिषद भी अछूता नहीं रहा. सड़कें लबालब हो गई. बारिश बंद होने के बाद भी कई घंटे जलभराव रहा. जिसके कारण शहर का यातायात भी प्रभावित हो गया.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां की गलियों में नालियां हमेशा चोक रहती हैं और पूरी सड़क में नालियों का गंदा पानी भरा रहता हैं. इसके लिए नगर के आला अधिकारी आंखे बंद किए हुए हैं, जिसके चलते उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में लोग कई सालों से परेशानी का सामना कर रहे हैं.

वहीं नगर परिषद के अधिकारी सीएमओ महेश सारिया ने बताया कि नालियां चोक होने की शिकायतें आ रही हैं. जिसको संज्ञान में लेते हुए जेसीबी से सफाई कार्य के आदेश दिए गए. जल्द नालियां साफ हो जाएंगी और नगर में जलभराव की समस्या पर भी विराम लगेगा.

यह समस्या कोई नई नहीं है, लोग कई सालों से इस गंदगी को झेल रहे हैं. आलम ये है कि नगर में बारिश हुई नही कि नालियां उफान पर आ जाती हैं. नगर में यह असुविधा सभी जगह पर है, चाहे वार्ड क्रमांक 2 की बात हो या वार्ड क्रमांक 5 की या फिर वार्ड क्रमांक 6 की, सभी जगह यही हाल है.

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