धार। समर्थन मूल्य पर प्याज बेचने वाले किसान का पंजीयन लिस्ट में नाम न होने के कारण परेशान हो रहे हैं. लिस्ट में नाम नहीं होने की वजह से किसान समर्थन मूल्य पर प्याज बेचने कें लिये रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे है. किसानों ने मामले की कई बार शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो की गई.
दरअसल मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना के तहत प्याज की खेती करने वाले किसानों से शासन ने 8 सौ प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके लिए 21 मई से 31 मई तक के ई उपार्जन पोर्टल पर किसानों को प्याज बिक्री के लिए पंजीयन की प्रक्रिया पूरी करना है. राजगढ़ और बदनावर मंडी में रजिस्ट्रेशन केंद्र बनाए गए. जब किसान रजिस्ट्रेशन के लिए रजिस्ट्रेशन केंद्रों पर पहुंच रहे हैं तो वहां पर गिरधावरी की लिस्ट में उनका नाम ही नहीं मिल रहा है जिसके कारण किसान परेशान हो रहे हैं.
किसानों का कहना है कि गिरधावरी के काम में धांधली हुई है. गिरधावरी के लिस्ट में उन किसानों का नाम है जिन किसानों ने चना बोया है, लेकिन उन किसानों का नाम नहीं है जिन्होंने प्याज की बोई है.
वरिष्ठ उद्यानिकी विकास अधिकारी ने बताया कि समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी के लिए 21 मई से 31 मई तक रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जिले में शुरू की गई है. फिलहाल धार के राजगढ़ और बदनावर मंडी में रजिस्ट्रेशन केंद्र बनाए गए हैं. किसानों की समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जटिलता और गिरधारी की लिस्ट में नाम नहीं होने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है. किसानों की शिकायतों को वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है और उसका प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है.