छिंदवाड़ा। लॉकडाउन में गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन मिले, इस उद्देश्य से पांढुर्णा की जामसावली पदयात्रा समिति द्वारा 28 मार्च से भोजन वितरण की शुरुआत की गई थी, जिसे 17 मई को खत्म कर दिया गया.
इन 51 दिनों में समिति की ओर से लगभग 80 हजार लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया है. जामसावली पदयात्रा समिति के सदस्य खुद भोजन पकाकर गरीब लोगों के घर जा कर उन्हें देते थे.
150 से अधिक शराबियों का बंद किया भोजन
इन 51 दिनों में जामसावली पदयात्रा समिति उन गरीब लोगों को भोजन प्रदान कराती थी, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही थी. लेकिन जैसे ही मध्य प्रदेश शासन ने शराब दुकानों की शुरुआत की, तो कुछ शराबी जो कि गरीब कहकर भोजन लेकर अपनी भूख शांत करते थे वहीं लोग शराब की दुकान पहुंचकर शराब पीते नजर आए.
जिसके चलते समिति ने निर्णय लेकर लगभग 150 से अधिक शराबियों को भोजन देना बंद करा दिया गया था.
दानदाताओं से मिला दान, हर गरीब की मिटी भूख
जामसावली पदयात्रा समिति द्वारा चंडी माता मंदिर परिसर में भोजन बनाकर घर घर जाकर पैकेट का वितरण करते आ रहे हैं, इस भोजन वितरण में पांढुर्णा के दानदाताओं का विशेष योगदान रहा है. जिससे 30 वार्ड में निवासरत गरीब लोगों की भूख मिटती गई.