ETV Bharat / briefs

खदान में भरे पानी में नहाने गए नाबालिग की मौत, शव की तलाश जारी - लापरवाही

खनिज विभाग और तिरुपति बिल्डकॉन की एक बड़ी लापरवाही से एक नाबालिग लड़के की मौत हो गई है. पत्थर की खदान में भरे पानी में नहाने गए 17 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई.

नहाने गए नाबालिग की मौत
author img

By

Published : Apr 9, 2019, 3:38 PM IST

उमरिया। खनिज विभाग एवं तिरुपति बिल्डकॉन की बड़ी लापरवाही से नाबालिग की मौत हो गई है. पत्थर की खदान में भरे पानी में नहाने गए 17 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई. कई घंटों की मशक्कत के बाद भी नाबालिग लड़के का शव पानी से नहीं निकाला जा सका है. इस घटना के बाद से खनिज विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

नहाने गए नाबालिग की मौत

मृतक शुभम यादव तिरुपति बिल्डकॉन के बांका स्थित प्लांट में मजदूरी करता था. वो अपने दो साथियों के साथ पानी से भरे पत्थर खदान में नहाने गया था. पानी में छलांग लगाते ही वह खदान के गहरे भराव में डूब गया. घटना की जानकारी के बाद पुलिस और बचाव दल की टीमें मौके पर पहुंची, लेकिन कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद भी नाबालिग को गहरे पानी में नहीं ढूंढा जा सका है.

2012 से बंद इस पत्थर खदान में उत्खनन का कार्य तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी द्वारा कराया गया था. लेकिन पत्थर निकालने के बाद उसे खुला छोड़ दिया गया. खास बात यह है कि तिरुपति बिल्डकॉन द्वारा बंद खदान के ठीक बगल से ही दूसरी पत्थर की खदान में उत्खनन शुरू कर दिया गया है, जबकि प्रशासन को तिरुपति बिल्डकॉन की इस करतूत की भनक भी नहीं है. वहीं पुलिस अधिकारियों ने भी इस मामले में शव मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही है.

उमरिया। खनिज विभाग एवं तिरुपति बिल्डकॉन की बड़ी लापरवाही से नाबालिग की मौत हो गई है. पत्थर की खदान में भरे पानी में नहाने गए 17 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई. कई घंटों की मशक्कत के बाद भी नाबालिग लड़के का शव पानी से नहीं निकाला जा सका है. इस घटना के बाद से खनिज विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

नहाने गए नाबालिग की मौत

मृतक शुभम यादव तिरुपति बिल्डकॉन के बांका स्थित प्लांट में मजदूरी करता था. वो अपने दो साथियों के साथ पानी से भरे पत्थर खदान में नहाने गया था. पानी में छलांग लगाते ही वह खदान के गहरे भराव में डूब गया. घटना की जानकारी के बाद पुलिस और बचाव दल की टीमें मौके पर पहुंची, लेकिन कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद भी नाबालिग को गहरे पानी में नहीं ढूंढा जा सका है.

2012 से बंद इस पत्थर खदान में उत्खनन का कार्य तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी द्वारा कराया गया था. लेकिन पत्थर निकालने के बाद उसे खुला छोड़ दिया गया. खास बात यह है कि तिरुपति बिल्डकॉन द्वारा बंद खदान के ठीक बगल से ही दूसरी पत्थर की खदान में उत्खनन शुरू कर दिया गया है, जबकि प्रशासन को तिरुपति बिल्डकॉन की इस करतूत की भनक भी नहीं है. वहीं पुलिस अधिकारियों ने भी इस मामले में शव मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही है.

Intro:एंकर - उमरिया जिले में बंद पत्थर की खदान में भरे पानी में नहाने गया मासूम की डूबने से हुई मौत, निकालने में जुटे बचाव दल को घंटों मशक्कत के बाद भी नहीं मिला शव, तिरुपति बिल्डकॉन के बांका स्थित प्लांट में मजदूरी करता था 17 वर्षीय शुभम यादव, खनिज विभाग की कार्यशैली पर उठे सवाल.


Body:वीओ - उमरिया जिले में खनिज विभाग एवं तिरुपति बिल्डकॉन की एक बड़ी लापरवाही से एक नाबालिक की मौत हो गई है. दरअसल मामला तिरुपति बिल्डकॉन के बांका स्थित प्लांट का है जहां कार्यरत नाबालिग युवक शुभम यादव अपने दो साथियों के साथ पानी से भरे पत्थर खदान में नहाने गया था और पानी में छलांग लगाते ही खदान के गहरे भराव में डूब गया है. घटना की जानकारी के बाद पुलिस एवं बचाव दल मौके पर पहुंचा तो जरूर लेकिन कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद भी मृतक को गहरे पानी में नहीं ढूंढा जा सका है. बता दें 2012 से बंद इस पत्थर खदान में उत्खनन का कार्य तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी द्वारा कराया गया था लेकिन पत्थर निकालने के बाद उसे खुला छोड़ दिया गया, जबकि नियमतः खदान को रेत, मिट्टी अथवा राखड़ से भरना था. खास बात यह है कि तिरुपति बिल्डकॉन द्वारा बंद खदान के ठीक बगल से ही दूसरी पत्थर की खदान में उत्खनन शुरू कर दिया गया है जबकि प्रशासन को तिरुपति बिल्डकॉन की इस करतूत की भनक भी नहीं है घटना के बाद पुलिस गोताखोरों की मदद से मृतक के शव को तलाशने में जुटी है वहीं पुलिस अधिकारियों ने भी इस मामले में शव मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही है.

बाइट 01 - एम एल वर्मा (टीआई, चंदिया)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.