उमरिया। खनिज विभाग एवं तिरुपति बिल्डकॉन की बड़ी लापरवाही से नाबालिग की मौत हो गई है. पत्थर की खदान में भरे पानी में नहाने गए 17 वर्षीय नाबालिग की मौत हो गई. कई घंटों की मशक्कत के बाद भी नाबालिग लड़के का शव पानी से नहीं निकाला जा सका है. इस घटना के बाद से खनिज विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
मृतक शुभम यादव तिरुपति बिल्डकॉन के बांका स्थित प्लांट में मजदूरी करता था. वो अपने दो साथियों के साथ पानी से भरे पत्थर खदान में नहाने गया था. पानी में छलांग लगाते ही वह खदान के गहरे भराव में डूब गया. घटना की जानकारी के बाद पुलिस और बचाव दल की टीमें मौके पर पहुंची, लेकिन कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद भी नाबालिग को गहरे पानी में नहीं ढूंढा जा सका है.
2012 से बंद इस पत्थर खदान में उत्खनन का कार्य तिरुपति बिल्डकॉन कंपनी द्वारा कराया गया था. लेकिन पत्थर निकालने के बाद उसे खुला छोड़ दिया गया. खास बात यह है कि तिरुपति बिल्डकॉन द्वारा बंद खदान के ठीक बगल से ही दूसरी पत्थर की खदान में उत्खनन शुरू कर दिया गया है, जबकि प्रशासन को तिरुपति बिल्डकॉन की इस करतूत की भनक भी नहीं है. वहीं पुलिस अधिकारियों ने भी इस मामले में शव मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही है.