सिंगरौली। लोकसभा चुनाव में भरपूर तैयारियों की बात करने वाली निर्वाचन आयोग की बातें जिले में थोथी साबित हुईं. क्योंकि यहां मतदाताओं को 42 डिग्री तापमान में घंटों खड़ा रहना पड़ा, तो वहीं पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने से लोग प्यास से तड़पते रहे. इस दौरान कई लोग आक्रोशित होकर बिना मतदान के ही वापस लौट गये.
निर्वाचन आयोग ने मतदान से पहले तमाम तैयारियों के दावे किये थे. जिसमें पिंक बूथ, लोगों के लिए पानी की व्यवस्था और सहुलियतों की बात की थी, लेकिन सिंगरौली के जमुआ, लघाडोल जैसे कई शहरी और ग्रामीण इलाकों में मतदान केंद्रों पर लोग पानी के लिए तड़पते दिखे. जिससे लोगों में आक्रोश भी दिखा और कुछ लोग बिना मतदान किये ही वापस लौट गये.
इस दौरान कुछ मतदाताओं ने कहा कि, हम लोग इस भीषण गर्मी में 3 से 4 घंटे मतदान करने के लिए खड़े हैं और यहां पानी की भी व्यवस्था नहीं है. वहीं कुछ लोगों ने धीमी गति से मतदान होने की भी शिकायत करते हुए कहा कि, 1400 मतदाताओं में 1 पोलिंग बूथ बनाई गई है. इसी प्रकार मतदान होते रहा तो रात 10 बजे तक में भी मतदान नहीं हो पाएगा. वहीं कुछ लोगों ने कड़ी धूप, पानी की व्यवस्था न होने और धीमीगति से मतदान किए जाने के बावजूद मतदान करने की बात कही.