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MP Cyber Fraud: आपके पास भी आ सकता Income Tax का नोटिस, तो हो जाएं सावधान, ठगों ने निकाला ठगी करने का नया तरीका

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Published : Jul 11, 2023, 6:20 PM IST

मध्यप्रदेश में इन दिनों साइबर अपराधियों ने ठगी का नया रास्ता अपना लिया है. अब अपराधियों ने ठगी के लिए आयकर विभाग को अपना हथियार बनाया है. ये ठग आयकर विभाग के नाम से कॉल और नोटिस भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. वहीं इन ठगी को देखते हुए ग्वालियर ASP ने लोगों से सर्तक रहने की अपील की है.

MP Cyber Fraud
एमपी साइबर फ्रॉड
एमपी साइबर फ्रॉड

ग्वालियर। देशभर में साइबर फ्रॉड ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन रोज आए दिन यह ठग नए-नए तरीके से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. लाख कोशिशों के बावजूद भी किसी न किसी रूप में लोगों को ठग रहे हैं और अब साइबर अपराधी ने लोगों को ठगने का नया रास्ता अपना लिया है. अब आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोटिस भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. उसके बाद वह उस व्यक्ति को फोन करके पैसे के लिए धमका रहे हैं.

ठगों ने अपनाया ठगी का नया रास्ता: बता दें इस समय इनकम टैक्स रिटर्न भरा जा रहा है, इस समय व्यापारी या अन्य लोग इनकम टैक्स रिटर्न भर रहे हैं. ऐसे में ठगों ने ठगी के लिए रास्ता अपना लिया है. ठगों द्वारा आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोट इस पोस्ट के माध्यम से भेजे जा रहे हैं. जिसके बाद उन्हें फोन कर अकाउंट नंबर पर पैसे जमा कराने के लिए भी धमकी दे रहे हैं. कई लोगों के पास ठगों द्वारा इस तरीके के फोन पहुंच रहे हैं, जिससे वह भयभीत हैं. इसको लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है और ठगी से बचने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है.

आयकर विभाग के नाम से ठगी: शहर के जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट पारिख ने बताया है कि उनके पास आधा दर्जन से अधिक ऐसे कारोबारी और लोग पहुंच रहे हैं. जिन्हें ठगों द्वारा यह नोटिस प्राप्त हुए हैं. यह नोटिस पूरी तरह से फर्जी है. ठगों ने इनकम टैक्स विभाग के नोटिस की तरह नोटिस भेजे हैं, लेकिन जब इस मामले को लेकर व्यापारियों ने इनकम टैक्स ऑफिस में जाकर उन्हें नोटिस दिखाया, तब अधिकारी समझ गए कि ठगों द्वारा ऐसी करतूत की जा रही है. इसको लेकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी आयकरदाताओं से सजग और जागरूक रहने की अपील की है.

एक व्यापारी को मिला फर्जी नोटिस: अपना नाम न बताने की शर्त पर व्यापारी से जब बातचीत हुई तो उनका कहना है कि "उन्हें ऐसा ही नोटिस प्राप्त हुआ है. जब इस नोटिस को उन्होंने अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को दिखाया तो वह फर्जी निकला है. उसने बताया कि नोटिस प्राप्त होने के बाद ठगों ने उनको फोन किया. जिसमें उसने उसका बैंक खाता नंबर बताते हुए जमा हुई राशि का भी हवाला दिया. ठगों द्वारा बताई गई यह राशि एकदम सटीक थी. जिसके कारण कारोबारी चिंता में पड़ गया. ठगों द्वारा इनकम टैक्स के यह फर्जी नोटिस आधा दर्जन से अधिक व्यापारियों को पहुंचे हैं.

यहां पढ़ें...

ASP ने की अपील: वहीं इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया है कि अभी हाल में ही ठगों द्वारा अलग-अलग तरीके से ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें अभी हाल में ही ठगों द्वारा आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोटिस भेजे जा रहे हैं. उसके बाद उन्हें फोन कर के अकाउंट में पैसे डालने के लिए धमका रहे हैं. वही फोन करके यह कहा जा रहा है कि आपका इनकम टैक्स नहीं भरा है, आप पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उसके बाद एक नंबर शेयर करते हैं और कहते हैं कि इस पर तत्काल संपर्क करें. जब व्यक्ति उस फोन पर संपर्क करता है तो उसे जानकारी मांगी जाती है या उसे ट्रैप कर ठगी का शिकार बना लेते हैं. ASP क्राइम राजेश दंडोतिया ने "लोगों से अपील की है इनकम टैक्स विभाग द्वारा इस तरह के फोन कॉल कभी भी नहीं आते हैं. जब आपके पास आयकर विभाग का कोई नोटिस आता है तो वहां फिजिकली जाकर आयकर विभाग के अधिकारियों से संपर्क जरूर करें."

एमपी साइबर फ्रॉड

ग्वालियर। देशभर में साइबर फ्रॉड ऑनलाइन ठगी को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन रोज आए दिन यह ठग नए-नए तरीके से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. लाख कोशिशों के बावजूद भी किसी न किसी रूप में लोगों को ठग रहे हैं और अब साइबर अपराधी ने लोगों को ठगने का नया रास्ता अपना लिया है. अब आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोटिस भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. उसके बाद वह उस व्यक्ति को फोन करके पैसे के लिए धमका रहे हैं.

ठगों ने अपनाया ठगी का नया रास्ता: बता दें इस समय इनकम टैक्स रिटर्न भरा जा रहा है, इस समय व्यापारी या अन्य लोग इनकम टैक्स रिटर्न भर रहे हैं. ऐसे में ठगों ने ठगी के लिए रास्ता अपना लिया है. ठगों द्वारा आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोट इस पोस्ट के माध्यम से भेजे जा रहे हैं. जिसके बाद उन्हें फोन कर अकाउंट नंबर पर पैसे जमा कराने के लिए भी धमकी दे रहे हैं. कई लोगों के पास ठगों द्वारा इस तरीके के फोन पहुंच रहे हैं, जिससे वह भयभीत हैं. इसको लेकर पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया है और ठगी से बचने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है.

आयकर विभाग के नाम से ठगी: शहर के जाने-माने चार्टर्ड अकाउंटेंट पारिख ने बताया है कि उनके पास आधा दर्जन से अधिक ऐसे कारोबारी और लोग पहुंच रहे हैं. जिन्हें ठगों द्वारा यह नोटिस प्राप्त हुए हैं. यह नोटिस पूरी तरह से फर्जी है. ठगों ने इनकम टैक्स विभाग के नोटिस की तरह नोटिस भेजे हैं, लेकिन जब इस मामले को लेकर व्यापारियों ने इनकम टैक्स ऑफिस में जाकर उन्हें नोटिस दिखाया, तब अधिकारी समझ गए कि ठगों द्वारा ऐसी करतूत की जा रही है. इसको लेकर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी आयकरदाताओं से सजग और जागरूक रहने की अपील की है.

एक व्यापारी को मिला फर्जी नोटिस: अपना नाम न बताने की शर्त पर व्यापारी से जब बातचीत हुई तो उनका कहना है कि "उन्हें ऐसा ही नोटिस प्राप्त हुआ है. जब इस नोटिस को उन्होंने अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को दिखाया तो वह फर्जी निकला है. उसने बताया कि नोटिस प्राप्त होने के बाद ठगों ने उनको फोन किया. जिसमें उसने उसका बैंक खाता नंबर बताते हुए जमा हुई राशि का भी हवाला दिया. ठगों द्वारा बताई गई यह राशि एकदम सटीक थी. जिसके कारण कारोबारी चिंता में पड़ गया. ठगों द्वारा इनकम टैक्स के यह फर्जी नोटिस आधा दर्जन से अधिक व्यापारियों को पहुंचे हैं.

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ASP ने की अपील: वहीं इस मामले को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया है कि अभी हाल में ही ठगों द्वारा अलग-अलग तरीके से ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. जिसमें अभी हाल में ही ठगों द्वारा आयकर विभाग के नाम से फर्जी नोटिस भेजे जा रहे हैं. उसके बाद उन्हें फोन कर के अकाउंट में पैसे डालने के लिए धमका रहे हैं. वही फोन करके यह कहा जा रहा है कि आपका इनकम टैक्स नहीं भरा है, आप पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उसके बाद एक नंबर शेयर करते हैं और कहते हैं कि इस पर तत्काल संपर्क करें. जब व्यक्ति उस फोन पर संपर्क करता है तो उसे जानकारी मांगी जाती है या उसे ट्रैप कर ठगी का शिकार बना लेते हैं. ASP क्राइम राजेश दंडोतिया ने "लोगों से अपील की है इनकम टैक्स विभाग द्वारा इस तरह के फोन कॉल कभी भी नहीं आते हैं. जब आपके पास आयकर विभाग का कोई नोटिस आता है तो वहां फिजिकली जाकर आयकर विभाग के अधिकारियों से संपर्क जरूर करें."

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