ऊंचे पर्वतों पर विराजती हैं मां चंचालिनी, सिंदूर से पूजा करना है वर्जित
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कोडरमा में मां दुर्गा का अलग ही स्वरूप है. यहां मां दुर्गा 400 फीट ऊंची पहाड़ी पर विराजमान हैं. जहां मां दुर्गा की कन्या स्वरूप की पूजा (Maa Durga is worshipped in Chanchalini Dham ) होती है और इस पूजन में सिंदूर वर्जित है. मरकच्चो प्रखंड में बीहड़ जंगलों से घिरे चंचल पहाड़ पर मां दुर्गा विराजमान हैं, जहां 200 साल से ज्यादा समय से मां दुर्गा की पूजा हो रही है. श्रद्धालु मां दुर्गा को मां चंचालिनी के नाम से जानते हैं. जानकार बताते हैं कि लोग अपनी मन्नतों को पूरी करने के लिए इस मंदिर की तलहटी में रात दिन धरना भी देते हैं. 400 फीट ऊंची चंचल पहाड़ का सफर सीढ़ियों से शुरू होता है और श्रद्धालु खड़ी चढ़ाई पर सीढ़ियों के सहारे चढ़ते हैं. इसके साथ ही तकरीबन 100 फीट की चढ़ाई रेंगते हुए पाइप के सहारे पूरी करते हैं. रुकते थकते बैठते श्रद्धालु 500 सीढ़ियां चढ़कर मां दुर्गा के इस स्थान तक पहुंचते हैं. रास्ते में मां दुर्गा की छोटी छोटी प्रतिमा स्थापित हैं. कष्टदायक सफर होने के बावजूद श्रद्धालु सच्ची श्रद्धा और भक्ति से चंचालिनी धाम पहुंचते हैं.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:28 PM IST