सिंदूर की होली खेल मां दुर्गा को किया विदा, की सुख-समृद्धि की कामना
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Published : Oct 12, 2024, 4:29 PM IST
हजारीबाग: उत्साह और उमंग के साथ नवरात्र का समापन हो गया है. 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना के बाद दशमी पर दशहरे के साथ इस पर्व का समापन होता है. विजयादशमी के दिन बंगाली समाज की महिलाएं सिंदूर की होली खेलती हैं. हजारीबाग के बंगाली दुर्गा स्थान में बंगाली समाज की महिलाओं ने एक दूसरे के साथ सिंदूर की होली खेली और मां दुर्गा से यही प्रार्थना की कि अगले साल फिर इसी तरह आना और ये साल खुशी, तरक्की और शांति के साथ बीते. सिंदूर खेला बंगाली समाज की एक प्रमुख परंपरा है, जिसे हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. बंगाली समाज की महिलाओं ने बताया कि यह रस्म विवाहित महिलाओं के लिए है, जो पूरे रीति-रिवाज के साथ निभाई जाती है. दरअसल ऐसी मान्यता है कि यह रस्म विवाहित महिलाओं के लिए सौभाग्य लाता है. मां दुर्गा 10 दिनों के लिए अपने मायके आती हैं. उनके स्वागत के लिए बड़े-बड़े पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती है. दशमी के दिन मां मायके से विदा होती है. सिंदूर की होली खेल कर मां दुर्गा को विदा किया जाता है. इसलिए बंगाली समुदाय में इसे सिंदूर खेला के नाम से जानते हैं.