सरायकेला: झारखंड सरकार के वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने शनिवार को सरायकेला जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने नक्सलियों के विरूद्ध कई रणनीति भी तैयार की. हेलीकॉप्टर से घंटों चले इस हवाई सर्वेक्षण में झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह, डीआईजी अमोल होमकर, कोल्हान डीआईजी कुलदीप द्विवेदी समेत सरायकेला एसपी कार्तिक एस शामिल हुए.
झारखंड पुलिस का दावा, नक्सली हुए कमजोर
सबसे पहले वरीय पुलिस पदाधिकारियों के इस टीम ने हवाई सर्वेक्षण के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का सघन रूप से हवाई दौरा किया. जिसके बाद कुचाई, रायसिंदरी पहाड़ी समेत सभी नक्सली नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जाकर स्थानीय ग्रामीणों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना और क्षेत्र में चल रहे कई योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त की. हवाई सर्वेक्षण के दौरान झारखंड पुलिस के अधिकारियों ने अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए उनके भौगोलिक संरचना से अवगत हुए. जहां मुख्य रूप से राय सिंदरी पहाड़ी जो नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है. उसकी घेराबंदी कर नक्सलियों को वहां से खदेड़ने की भी रणनीति तैयार की गई. हवाई सर्वेक्षण कर लौटे कोल्हान डीआईजी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि वरीय अधिकारियों के हवाई सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्र को चिन्हित करते हुए नक्सलियों को लगातार कैसे कमजोर किया जाए इस पर मंथन किया गया. इन क्षेत्रों से बचे नक्सलियों को कैसे खदेड़ा जाए इस पर भी विमर्श किया गया.
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नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास मॉडल होगा लागू
जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विकास की बयार बहाने और महत्वपूर्ण योजनाओं को आम जनों तक पहुंचाने को लेकर झारखंड पुलिस का इस पर विशेष फोकस है. हवाई सर्वेक्षण के बाद बैठक आयोजित कर एडीजी अभियान मुरारीलाल मीणा ने डीआईजी समेत एसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में कई दिशा-निर्देश भी दिए, कोल्हान डीआईजी साकेत कुमार ने बताया कि इस हवाई सर्वेक्षण के बाद जल्द ही रणनीति तैयार कर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बदलाव लाया जाएगा.