रांची: ट्रेन में यात्रा के दौरान एक महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी. इसकी सूचना मिलते ही आरपीएफ ने ऑपरेशन मातृशक्ति के जरिये महिला का सुरक्षित प्रसव कराया. जिसमें आरपीएफ के महिला जवानों की भी अहम भूमिका रही.
क्या है पूरा मामला
आरपीएफ मुरी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या 08195 टाटा-हटिया मेमो पैसेंजर प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर मुरी रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी. इसी दौरान आरपीएफ मुरी और मेरी सहेली टीम ने एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा से तड़पते हुए देखा. महिला की स्थिति को देखकर इसकी सूचना तत्काल सहायक चिकित्सा पदाधिकारी मुरी को दी गई. जिसके बाद एसीएमएस/मुरी और उनकी टीम ने मौके पर पहुंचकर महिला को चिकित्सकीय सहायता दी. महिला की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों और स्टाफ ने उसे स्ट्रेचर की मदद से स्टेशन से बाहर पहुंचाया और एंबुलेंस की व्यवस्था कर महिला को आरपीएफ एस्कॉर्ट के साथ सदर अस्पताल, सिल्ली ले जाया गया. जहां उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया.
टाटा से चांडिल जा रही थी महिला
महिला आरती कुमारी ट्रेन संख्या 08195 टाटा-हटिया मेमो पैसेंजर से टाटानगर से चांडिल के लिए यात्रा कर रही थीं. प्रसव पीड़ा के कारण वह चांडिल स्टेशन पर नहीं उतर पाईं और मुरी पहुंच गई. जहां महिला आरपीएफ मुरी के एएसआई एस. बैठा, स्टाफ वीके रजक और महिला स्टाफ सिमरन कुमारी और स्वास्थ्य इकाई, मुरी द्वारा त्वरित और संवेदनशील सहायता उपलब्ध करवाई गयी.
आरपीएफ मुरी ने अपने प्रेस रिलीज में यह बताया है कि मातृशक्ति अभियान के तहत आरपीएफ मुरी की यह त्वरित और मानवीय पहल महिला यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता का उत्कृष्ट उदाहरण है. आरपीएफ रांची के मंडल सुरक्षा आयुक्त, पवन कुमार द्वारा आरपीएफ को इस तरह के कार्यो के लिए आरपीएफ को हमेशा प्रोत्साहित किया जाता रहा है. इस प्रकार की घटनाएं यात्रियों के बीच रेलवे सेवाओं में विश्वास और भरोसा बढ़ाती है.
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