सरायकेला: जिले में नक्सलवाद का खात्मा लगभग हो चुका है. पिछले 6 महीनों में मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस ने ज्यादातर नक्सलियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. जिससे जिले में अपराध का अब पूरी तरह से नामो निशान मिटता हुआ दिखाई दे रहा है. इस बात की जानकारी कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा ने दी है.
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कोल्हान के डीआईजी अजय लिंडा बुधवार के दिन निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांड्रा थाना में निरीक्षण करने पहुंचे. जहां उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. डीआईजी ने अपने निरीक्षण के दौरान लंबित कांडों की समीक्षा, पंजी जांच, मालखाना निरीक्षण और पुलिस बैरक निरीक्षण किया. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सभी थाना की पंजियों का मिलान मिल गया है, जौ अपडेटेड हैं. डीआईजी ने थाना प्रभारी के कार्यों पर संतोष जाहिर किया. वहीं एक सवाल के जवाब में डीआईजी ने बताया कि सरकार के सरेंडर पॉलिसी और पुलिस हेडक्वार्टर से प्राप्त निर्देश के बाद, जिला पुलिस द्वारा एंटी नक्सल मूवमेंट चलाया गया. जिसका नतीजा यह रहा कि जिला अब नक्सल मुक्त हो गया है.
सड़क दुर्घटना पर डीआईजी ने चिंता जताई: वहीं दूसरी तरफ जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत मुख्य मार्ग पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर डीआईजी ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस को निर्देश दिया गया है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए, ट्रैफिक पुलिस द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जाए. जिसमें बड़े वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने आगे बताया कि जल्द से जल्द एक्शन प्लान बनाकर बड़े वाहनों से हो रही सड़क दुर्घटना पर लगाम लगाने का प्रयास किया जाएगा. इस दौरान डीआईजी अजय लिंडा के साथ सरायकेला के पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार, हेड क्वार्टर डीएसपी चंदन वत्स और कांड्रा थाना प्रभारी पास्कल टोप्पो मौजूद थे.