सरायकेला: जिले में इन दिनों टुसू पर्व की धूम है. लोक परंपरा और संस्कृति की झलक लिए इस पर्व में स्थानीय लोगों की गहरी आस्था होती है. मकर संक्रांति के मौके पर आयोजित होने वाले टुसू मेले में लोग दूरदराज क्षेत्र से आते हैं और मेले का लुत्फ उठाते हैं.
सीतारामपुर टुसू मेला विगत 40 सालों से भी अधिक समय से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहता है. बांधो दराह टुसू मेला समिति हर साल आयोजित होने वाले मेले में झारखंड की लोक संस्कृति की बखूबी झलक मिलती है. जहां आकर लोग परंपरा और संस्कृति से भी अवगत होते हैं. हर साल की तरह इस साल भी यहां भव्य टुसू मेले का आयोजन किया गया है. इस मौके पर यहां मुख्य अतिथि के रुप में जमशेदपुर के सांसदों विद्युत वरण महतो मुख्य रूप से मौजूद रहे. मेला की शुरूआत अतिथियों ने दीप प्रज्वलित के साथ की. जिसके बाद मेले में ढोल नगाड़ों के बीच लोग जमकर झूमते गाते नजर आए.
प्रतियोगिता का आयोजन
यहां हर साल टुसू मेले के दौरान दूर-दराज क्षेत्रों से टुसू पूजा समितियां अपने-अपने टुसू को लेकर आयोजित होने वाले प्रतियोगिता में शामिल होते हैं. जहां सर्वश्रेष्ठ रूप से सजे टुसू को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है. यह प्रतियोगिता भी लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहती है. इस बार आयोजित हुए इस प्रतिमा प्रतियोगिता में 2 दर्जन से भी अधिक प्रतिमाएं शामिल हुई.
ये भी देखें- 56 के हुए विधायक प्रदीप यादव, समर्थकों के साथ काटा केक
झारखंड की संस्कृति परिवेश और संस्कृति को दर्शाते टुसू पर्व स्थानीय झारखंड वासियों के लिए अति लोकप्रिय पर्व माना जाता है. अगले 10 दिनों तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रकार के टुसू मेले का आयोजन किया जाएगा. जहां लोग शामिल होकर इसका लुत्फ उठाएंगे.