रांचीः रांची के चिरौंदी में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में लालपुर थाना प्रभारी ममता कुमारी और लालपुर टीओपी प्रभारी सन्नी कुमार को निलंबित कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने पर डीआईजी अनूप बिरथरे और रांची के एसएसपी ने यह कार्रवाई की है. दरअसल, लालपुर थाना प्रभारी ममता कुमारी और टीओपी प्रभारी पर यह आरोप है कि दोनों ने धमकी मिलने की सूचना पर भी कोई कार्रवाई नहीं की. जिसकी वजह से बरियातू में दो युवकों की हत्या कर दी गई.
जांच में पुलिस पदाधिकारियों की मिली लापरवाहीः रांची में डबल मर्डर का मामला सामने आने के बाद रांची एसएसपी ने मामले की जांच करायी थी. जांच के क्रम में यह बात सामने आई की मृतक मुकेश के भाई ने लालपुर थाना में धमकी मिलने का आवेदन दिया था, लेकिन थाना प्रभारी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इस वजह से दोहरे हत्याकांड को अपराधी अंजाम देने में सफल हो गए. लापरवाही सामने आने के बाद रांची डीआईजी अनूप बिरथरे ने लालपुर थाना प्रभारी ममता कुमारी को निलंबित कर दिया. वहीं रांची एसएसपी ने लालपुर टीओपी प्रभारी सन्नी कुमार को निलंबित कर दिया.
क्या है पूरा मामलाः दरअसल, रांची के चिरौंदी इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया था. मृतक मुकेश के भाई दिनेश ने यह खुलासा किया था कि उसने एक जुलाई 2023 को ही रांची के लालपुर थाने में आवेदन देकर जान का खतरा होने की बात पुलिस को बताई थी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. नतीजा उसके भाई और उसके स्टाफ की हत्या कर दी गई. जिसके बाद लालपुर पुलिस की लापरवाही की जांच के आदेश दिए गए थे.
एक जुलाई को थाने में दिया गया था आवेदनः रांची के चिरौंदी में दोहरे हत्याकांड में मारे गए मुकेश साव के छोटे भाई दिनेश ने लालपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे. दिनेश के अनुसार रांची जूस सेंटर के मालिक अशोक गुप्ता और उसका एक सहयोगी मोटरसाइकिल पर सवार होकर लगातार रेकी कर रहे थे. कई दिन तो 8 से 9 बार वे लोग उसके जूस काउंटर के पास आकर उसके आने-जाने की गतिविधियों पर नजर रखते थे. इस वजह से घबराकर उसने पहले मोरहाबादी मैदान स्थित लालपुर टीओपी को पूरे मामले की जानकारी दी. लालपुर टीओपी से उसे थाने में लिखित शिकायत देने की बात कही गई. जिसके बाद एक जुलाई को रांची के लालपुर थाने में उसने लिखित शिकायत की थी. शिकायत में स्पष्ट रूप से लिखा गया था कि अशोक गुप्ता के द्वारा मेरा पीछा किया जा रहा है, लेकिन लालपुर पुलिस ने इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया. नतीजा एक महीना बाद ही उसके भाई और एक स्टाफ की हत्या कर दी गई.
कार्रवाई होती तो भाई जिंदा रहताः दिनेश कुमार के अनुसार रांची जूस सेंटर के संचालक की वजह से उसके पूरे परिवार पर खतरा था. अगर पुलिस उससे केवल पूछताछ भी कर लेती तो शायद आज उसका भाई जिंदा होता.