रांची: जेल आईजी ने रांची जेलर प्रमोद कुमार, सीनियर वार्डन अवधेश सिंह और कम्प्यूटर ऑपरेटर पवन को निलंबित कर दिया है. पूरा मामला शराब घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी योगेंद्र तिवारी से जुड़ा हुआ है. रांची के एक प्रतिष्ठित अखबार के संपादक को जेल से धमकी दी गई थी. जांच के क्रम में यह बात सामने आई है कि इसमें जेलर की भूमिका भी संदिग्ध है. संपादक को जेल में बंद योगेंद्र तिवारी के द्वारा ही धमकी दी गई है. योगेंद्र तिवारी को ईडी ने गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से ही वह रांची जेल में बंद है. पूरे मामले में जेलर, कम्प्यूटर ऑपरेटर और सीनियर वार्डेन की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी.
मामले की ईडी भी कर रही है जांच: जेल से धमकी मामले में ईडी भी जांच कर रही है. मंगलवार को जेलर प्रमोद को ईडी ने एजेंसी के दफ्तर तलब कर पूछताछ भी की थी. वहीं सीनियर वार्डेन के यहां रेड भी की गई थी. शराब घोटाला मामले में रांची जेल में बंद ईडी के आरोपी योगेंद्र तिवारी को जेल में सुविधाएं पहुंचाने को लेकर ईडी ने रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के जेलर प्रमोद कुमार से मंगलवार को लंबी पूछताछ की थी.
प्रमोद मंगलवार के दिन के 10.45 बजे एजेंसी के रांची जोनल आफिस पहुंचे थे. उन्होंने एजेंसी को योगेंद्र तिवारी द्वारा प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को किए गए कॉल की पूरी रिकार्डिंग सौंपी है. योगेंद्र तिवारी ने 29 दिसंबर को आशुतोष चतुर्वेदी को फोन कर धमकी दी थी. इसके बाद एजेंसी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जेलर प्रमोद कुमार को समन भेजा था.
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