रांचीः झारखंड विधानसभा की कार्यवाही आज नियमावली और परिपाटी शब्द में उलझ गई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक भानु प्रताप साही ने कार्यस्थगन की सूचना रखने की मांग की. स्पीकर ने यह कहते हुए इस मांग को खारिज कर दिया कि कार्य संचालन नियमावली के तहत ध्यानाकर्षण से पहले कार्य स्थगन की सूचना दी जा सकती है. लिहाजा, प्रश्नकाल और शून्य काल के बाद ही कार्यस्थगन की सूचना ली जाएगी.
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इस व्यवस्था का विरोध करते हुए भाजपा विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे. भाजपा विधायकों ने कहा कि झारखंड में परिपाटी रही है कि प्रश्नकाल शुरू होते ही कार्य स्थगन की सूचना दी जा सकती है. इसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि यह परिपाटी जरूर रही है लेकिन कार्य संचालन नियमावली के आधार पर ही कार्यवाही का संचालन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आसन की तरफ से इसपर नियमन दिया जा चुका है. हल्के हो हंगामे के बीच स्पीकर ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की लेकिन भाजपा विधायक वेल में डटे रहे और नारेबाजी करते रहे. इसे देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
हंगामे के बीच बेरमो से कांग्रेस विधायक कुमार जय मंगल ने सवाल उठाया कि उनके क्षेत्र के प्रखंडों में स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार हैं, लेकिन पारा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति अब तक नहीं हुई है. इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि 2 माह के भीतर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी.