रांची: मणिपुर में जनजातीय कुकी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद से देशभर में आक्रोश व्याप्त है. इस घटना के खिलाफ झारखंड में भी राजनीतिक दलों, सामाजिक और आदिवासी संगठनों में आक्रोश देखा जा रहा है. बीते दिन रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बाद आज राष्ट्रीय जनता दल ने अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन किया. युवा राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश इकाई द्वारा मणिपुर की घटना के विरोध में किये गए इस प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव सहित कई नेता शामिल रहें.
यह भी पढ़ें: दो माह में केंद्र सरकार मणिपुर में नहीं कर पायी शांति की स्थापना: मंत्री आलमगीर आलम
राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने चुप्पी साध रखी है और मणिपुर के मुख्यमंत्री अनापशनाप बयान दे रहे हैं, उससे साफ है कि भाजपा की मंशा साफ नहीं है. अनिता यादव ने तत्काल मणिपुर सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी ऐसा नहीं करा पाते हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं प्रदेश युवा राजद के अध्यक्ष रंजन कुमार ने कहा कि मणिपुर की घटना से मानवता शर्मसार हुई है. उन्होंने कहा कि दुख की बात यह है कि एक राज्य जल रहा है और पीएम मोदी विदेश की यात्रा और फिर राजनीतिक कार्यक्रमों में में व्यस्त थे.
आदिवासी संगठनों ने निकाला आक्रोश मार्च: मणिपुर की घटना के विरोध में आज पोस्टर बैनर और सरना धर्म का झंडा लेकर अलग-अलग आदिवासी संगठन से जुड़े लोगों ने भी आक्रोश मार्च निकाला. जयपाल सिंह स्टेडियम से सर्जना चौक होते हुए आक्रोश मार्च परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक पर खत्म हुआ, जहां पर लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेंद्र सिंह का पुतला फूंक उनके इस्तीफे की मांग की. आदिवासी संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि अगर मणिपुर की सरकार को बर्खास्त और दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो सभी आदिवासी संगठन एकजुट होकर प्रदर्शन तेज करेंगे.