रांची: 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ सोमवार को बुलाए गए झारखंड बंद का असर रांची में नहीं दिखा. रोज की तरह शहर की सड़कों पर लोगों की आवाजाही दिखी और बाजार गुलजार दिखे. हालांकि बंद समर्थकों से निपटने के लिए जगह-जगह प्रशासन की ओर से पुलिस बलों की तैनाती की गई थी. राजधानी रांची में कहीं भी किसी को एक जगह जमा नहीं होने दिया जा रहा है.
रांची के विभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस बलों की थी तैनातीः विभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस की पैनी नजर थी. वहीं पुलिस और विशेष शाखा के लोग सादे लिबास में जगह-जगह तैनात किए गए थे. वहीं रांची के अल्बर्ट एक्का चौक, रातू रोड चौक, कांटा टोली चौक, बिरसा चौक, बूटी मोड़ आदि प्रमुख चौक-चौराहों पर आम दिनों की तरह लोगों की आवाजाही देखने को मिली. वहीं शहर में ऑटो और बसों का भी परिचालन हुआ.
इस छात्र संगठनों ने किया था बंद का आह्वानः बता दें कि सोमवार को मुख्य रूप से झारखंड यूथ एसोसिएशन, झारखंड उलगुलान मोर्चा, संथाल परगना फाइटर, आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी मूलवासी संगठन सहित विभिन्न संगठन ने बंद बुलाया था, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से बंद लेकर पहले से ही तैयारी रखी गई थी, ताकि आम लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.
17,18 और 19 अप्रैल को भी बुलाया गया है झारखंड बंदः बताते चलें कि झारखंड सरकार की नई नियोजन नीति के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले देवेंद्र महतो और मनोज यादव के संगठन ने 17, 18 और 19 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया है. 10 अप्रैल को बुलाए गए बंद का तो रांची में असर नहीं दिखा, लेकिन अब देखने वाली बात होगी कि 17,18 और 19 को बुलाया गया बंद कितना सफल हो पाता है.