रांची: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अभी से ही झारखंड में अपनी तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी 2019 के चुनाव से सबक लेना चाहती है और इसी के तहत तैयारी की जा रही है. प्रदेश के नेताओं को दिल्ली आलाकमान से भी इस बारे में निर्देश मिले हैं और इन तैयारियों में तेजी लाने को कहा गया है.
दरअसल, कांग्रेस 2019 के चुनाव से सबक लेते हुए 2024 चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है. 2019 लोकसभा चुनाव में झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस सिर्फ एक सीट ही जीत सकी थी. वह भी तब जब कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा थी. महागठबंधन में कांग्रेस के साथ झामुमो, राजद और झाविमो शामिल थे. बावजूद महागठबंधन सिर्फ दो सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी. वहीं भाजपा गठबंधन ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस करारी हार को महागठबंधन अबतक नहीं भूली है. जिसके बाद सभी तो तैयारी कर ही रहे हैं, पर कांग्रेस ज्यादा जोर दे रही है.
लोकसभा की एक एक सीट का आंकलन कर रही पार्टी: कांग्रेस का केंद्रीय आलाकमान लोकसभा की एक एक सीट का आंकलन कर रहा है. किस सीट पर महागठबंधन, खासकर कांग्रेस की क्या मजबूती और क्या कमजोरी है, इसका आंकलन किया जा रहा है. प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और AICC के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल खुद राज्य की एक-एक लोकसभा सीट पर नजर रखे हुए हैं. पार्टी भले ही अधिकृत रूप से घोषणा कर चुनावी तैयारियों में नहीं जुटी हो, लेकिन वह हर लोकसभा क्षेत्र में प्रखंड से लेकर बूथ स्तर तक अपनी तैयारी को ठोस स्वरूप देने में लगी है. पार्टी के विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि दो दिन पहले ही प्रदेश अध्यक्ष से फोन पर बात कर केसी वेणुगोपाल ने झारखंड में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियां तेज करने को कहा है.
केंद्र की नीतियों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है कांग्रेस: कांग्रेस विधायक दल के नेता और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर राज्य में पार्टी के नेता प्रदेश मुख्यालय से लेकर पंचायत तक लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं और जन संघर्ष के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रोजगार, महिला सुरक्षा, महंगाई, बड़े और चहेते उद्योगपतियों को सरकारी मदद सहित कई मुद्दे हैं, जिस पर आज की जनता खुद को ठगी हुई महसूस कर रही है. ऐसे में राज्य में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी सभी तैयारियां पूरी कर लेना चाहती है.
23 जून को पटना में नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई विभिन्न भाजपा विरोधी दलों की सर्वदलीय बैठक को फलदायी होने की उम्मीद जताते हुए आलमगीर आलम ने कहा कि भाजपा के खिलाफ सशक्त विपक्ष सबसे पहले उनकी नेता सोनिया गांधी ने ही यूपीए के रूप में बनाया था. उन्होंने कहा कि हमारे आला नेता उस बैठक में शामिल होंगे और वह काफी उपयोगी बैठक होगी.
14 लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस की तैयारी: कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड के सभी 14 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस अपनी तैयारी कर रही है. प्रखंड स्तर पर कांग्रेस पार्टी कार्यसमिति का गठन कर लिया गया है. राकेश सिन्हा ने कहा कि इस बार झारखंड में स्थिति 2019 लोकसभा चुनाव वाली नहीं होगी. जनता के सहयोग से राज्य की सभी 14 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की जीत होगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस ने लगातार जनता के बीच रहकर संघर्ष किया है, जिसका फायदा लोकसभा चुनाव में पार्टी और महागठबंधन को मिलेगा.