रांचीः झारखंड में सत्ता के गलियारे में अपनी मजबूत धमक रखने वाले प्रेम प्रकाश के यहां दो सिपाहियों की तैनाती और आवास से एके 47 की बरामदगी के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सुरक्षा प्रभारी विमल कुमार (CM Hemant Soren security incharge Vimal Kumar) ने अपना पक्ष ईडी को भेज दिया है. उन्होंने अपने जवाब में बताया है कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि सीएम सुरक्षा के नाम पर तैनात जवान प्रेम प्रकाश के साथ बॉडीगार्ड के तौर पर तैनात थे.
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क्या है विमल कुमार के पत्र मेंः ईडी सूत्रों के मुताबिक, सीएम हेमंत सोरेन के सुरक्षा प्रभारी विमल कुमार ने पत्र भेजकर बताया है कि उनकी कोई भूमिका प्रेम प्रकाश के साथ बॉडीगार्ड की तैनाती में नहीं थी. बता दें कि ईडी ने 24 अगस्त को प्रेम प्रकाश के शैलोदय हरमू स्थित आवास में छापेमारी की थी, तब अलमारी से दो एके 47 बरामद किए गए थे. बाद में यह पुष्टि हुई थी कि ये हथियार सीएम सुरक्षा में तैनात जवान मुकेश कुमार व श्यामल होरो के थे. दोनों जवानों ने ईडी को दिए बयान में बताया था कि छापेमारी के एक दिन पहले वह प्रेम प्रकाश के आवास पर गए थे, उनका पूर्व परिचय वहां के कर्मचारियों से था. लेकिन बारिश की वजह से वह हथियार को अलमारी में लॉक करके निकल गए थे.
न लिखित और न मौखिक आदेश दिया गया थाः सीएम सुरक्षा के वरीय प्रभारी ने ईडी को लिखे पत्र में बताया है कि प्रेम प्रकाश के साथ सीएम हाउस में तैनात जवानों को भेजने का कोई आदेश उन्होंने लिखित या मौखिक तौर पर भी नहीं दिया (CM security incharge sent answer to ED in Ranchi) था. ईडी सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में सुरक्षा प्रभारी ने खुद को बेगुनाह बताया है. लेकिन ईडी यह साबित करने में जुटी है कि प्रेम प्रकाश के रसूख के कारण ही उसे सीएम हाउस का गार्ड देने का फैसला लिया गया था.