रांची: सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड यानी सीसीएल झारखंड ने कोयला उत्पादन, उठाव और ओवरबर्डन रिमूवल का सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है. सीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक का सबसे ज्यादा 76.09 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है. उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 11% की वृद्धि हुई है. इसमें 8% ग्रोथ के साथ आम्रपाली परियोजना में 18 एमटी, 36% ग्रोथ के साथ मगध परियोजना में 15.6 एमटी, अशोका परियोजना में 10.7 एमटी, एकेके परियोजना में 6.3 एमटी और नार्थ उरीमारी में 4.2 एमटी उत्पादन हुआ है. यह सभी ओपन कास्ट माइंस हैं. अंडर ग्राउंड चूरी माइंस से 22% ग्रोथ के साथ 7.03 एमटी उत्पादन हुआ है.
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सीसीएल ने 75.03 एमटी कोयला प्रेषण यानी उठाव किया है जो पिछले रिकार्ड से 4.5% अधिक है. साथ ही ओबी रिमुवल में भी 107 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवर बर्डेंन की निकासी कर कीर्तिमान बनाया है. सीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने इस उपलब्धि के लिए कंपनी की पूरी टीम को बधाई दी है. उन्होंने सहयोग के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन का भी आभार व्यक्त किया है. साथ ही कंपनी की सफलता में ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों, जन प्रतिनिधियों, हितधारकों और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुडे सभी लोगों के योगदान की प्रशंसा की है. सीएमडी पीएम प्रसाद ने बताया कि पावर सेक्टर के लिए कोयला डिस्पैच में 8.8% का इजाफा हुआ है. पिछले वर्ष 59.2 एमटी की तुलना में इस वर्ष 64.4 एमटी कोयला डिस्पैच किया गया है.
मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बहुरेंगे दिन: मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएमडी पीएम प्रसाद ने कहा कि रांची के मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स यानी खेलगांव कॉन्प्लेक्स के रिनोवेशन और रिपेयरिंग की तैयारी चल रही है. इस पर करीब 50 से 60 करोड़ खर्च का अनुमान है. इसको लेकर जेएसएसपीएस यानी झारखंड स्टेट स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में निर्णय लिया जा चुका है. इससे जुड़ा डीपीआर बनाने का काम सीएमपीडीआई कर रहा है.
आपको बता दें कि साल 2015 में सीसीएल ने राज्य सरकार के साथ एमओयू किया था. इस आधार पर साल 2015 से 2017 के बीच सीसीएल ने मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के रिनोवेशन और रिपेयरिंग मद में करीब 25 करोड़ खर्च किए थे.
उपलब्धि और आगे की तैयारी: पिछले वित्तीय वर्ष में सीसीएल ने भूमि अधिग्रहण के क्रम में 161 लाभार्थियों को स्थायी रोजगार मुहैया कराया है. सीएमडी ने बताया कि कार्बन उर्त्सजन कम करने की दिशा में कार्य करते हुये पिपरवार क्षेत्र में लगभग 143 करोड़ की लागत से 20 मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना की जा रही है. कमांड क्षेत्रों में पिछले वर्ष 178.85 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 लाख 75 हजार से अधिक पौधारोपण किया गया है. उन्होंने बताया कि समाज के कल्याण और समग्र विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इसी कड़ी में लगभग 65 करोड़ की लागत से रांची विश्वविद्यालय परिसर में पांच हजार सिटों वाली एक सेन्ट्रल लाईब्रेरी का निर्माण जल्द ही किया जायेगा.