रामगढ़ः देशभर के श्रमिक संगठनों का भारत बंद का असर झारखंड में भी दिख रहा है. इस हड़ताल के पहले दिन रामगढ़ में बंद का असर देखा गया. जिला के कोयला क्षेत्रों, बैंकिंग सेक्टर और पोस्ट ऑफिस में कामकाज पर प्रभाव दिख रहा है. जिससे कोयला उत्पादन और ढुलाई का काम प्रभावित होता नजर आ रहा है. इस हड़ताल से बैंकों में ट्रांजैक्शन नहीं हो रहा है और पोस्ट फिस का सभी कामकाज ठप है.
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श्रम कानून संशोधन का विरोध हड़ताल में शामिल सभी यूनियनों द्वारा किया जा रहा है. निजीकरण और केंद्र की नीतियों का विरोध में रामगढ़ के सभी श्रमिक यूनियनों द्वारा नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया. केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए श्रमिक नेताओं ने निजीकरण का विरोध कर 10वां वेतनमान समझौता शीघ्र लागू करने, पेंशन नीति में संशोधन, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर श्रमिक और मजदूर नेता विरोध जता रहे हैं.
एनटीपीसी के मजदूरों ने कहा कि एनटीपीसी उनसे 8 घंटे की बजाए 10-12 घंटे काम करवाया जाता है. इसके बावजूद उन्हें उसका भुगतान नहीं किया जाता है. साथ ही साथ न्यूनतम मजदूरी और जो मजदूरों को सुविधाएं देनी चाहिए वह नहीं मिलती है. वहीं कोयला श्रमिक संगठन के लोगों ने कहा कि सरकार ने जो नीति कोयला क्षेत्र में बनाई है वह पूरी तरह से गलत है, इसमें संशोधन करना होगा. वहीं डाककर्मियों ने केंद्र सरकार की कई नीतियों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध भी किया. श्रमिक संगठनों का भारत बंद का रामगढ़ में खासा असर देखा जा रहा है.