ETV Bharat / state

श्रमिक संगठनों का भारत बंदः रामगढ़ में दिखा असर - रामगढ़ में बंद का असर

निजीकरण और केंद्र की नीतियों का विरोध हो रहा है. इसको लेकर देशभर के श्रमिक संगठनों का भारत बंद का सोमवार को पहला दिन रहा. रामगढ़ में बंद का असर दिखा. जिला में कोयला क्षेत्रों, बैंकिंग सेक्टर और पोस्ट ऑफिस में कामकाज प्रभावित रहा.

Effect of Bharat Bandh by trade unions in Ramgarh
Effect of Bharat Bandh by trade unions in Ramgarh
author img

By

Published : Mar 28, 2022, 9:28 PM IST

रामगढ़ः देशभर के श्रमिक संगठनों का भारत बंद का असर झारखंड में भी दिख रहा है. इस हड़ताल के पहले दिन रामगढ़ में बंद का असर देखा गया. जिला के कोयला क्षेत्रों, बैंकिंग सेक्टर और पोस्ट ऑफिस में कामकाज पर प्रभाव दिख रहा है. जिससे कोयला उत्पादन और ढुलाई का काम प्रभावित होता नजर आ रहा है. इस हड़ताल से बैंकों में ट्रांजैक्शन नहीं हो रहा है और पोस्ट फिस का सभी कामकाज ठप है.

इसे भी पढ़ें- दो दिनों के भारत बंद का धनबाद में दिखा असर, बैंककर्मियों का प्रदर्शन

श्रम कानून संशोधन का विरोध हड़ताल में शामिल सभी यूनियनों द्वारा किया जा रहा है. निजीकरण और केंद्र की नीतियों का विरोध में रामगढ़ के सभी श्रमिक यूनियनों द्वारा नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया. केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए श्रमिक नेताओं ने निजीकरण का विरोध कर 10वां वेतनमान समझौता शीघ्र लागू करने, पेंशन नीति में संशोधन, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर श्रमिक और मजदूर नेता विरोध जता रहे हैं.

एनटीपीसी के मजदूरों ने कहा कि एनटीपीसी उनसे 8 घंटे की बजाए 10-12 घंटे काम करवाया जाता है. इसके बावजूद उन्हें उसका भुगतान नहीं किया जाता है. साथ ही साथ न्यूनतम मजदूरी और जो मजदूरों को सुविधाएं देनी चाहिए वह नहीं मिलती है. वहीं कोयला श्रमिक संगठन के लोगों ने कहा कि सरकार ने जो नीति कोयला क्षेत्र में बनाई है वह पूरी तरह से गलत है, इसमें संशोधन करना होगा. वहीं डाककर्मियों ने केंद्र सरकार की कई नीतियों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध भी किया. श्रमिक संगठनों का भारत बंद का रामगढ़ में खासा असर देखा जा रहा है.

रामगढ़ः देशभर के श्रमिक संगठनों का भारत बंद का असर झारखंड में भी दिख रहा है. इस हड़ताल के पहले दिन रामगढ़ में बंद का असर देखा गया. जिला के कोयला क्षेत्रों, बैंकिंग सेक्टर और पोस्ट ऑफिस में कामकाज पर प्रभाव दिख रहा है. जिससे कोयला उत्पादन और ढुलाई का काम प्रभावित होता नजर आ रहा है. इस हड़ताल से बैंकों में ट्रांजैक्शन नहीं हो रहा है और पोस्ट फिस का सभी कामकाज ठप है.

इसे भी पढ़ें- दो दिनों के भारत बंद का धनबाद में दिखा असर, बैंककर्मियों का प्रदर्शन

श्रम कानून संशोधन का विरोध हड़ताल में शामिल सभी यूनियनों द्वारा किया जा रहा है. निजीकरण और केंद्र की नीतियों का विरोध में रामगढ़ के सभी श्रमिक यूनियनों द्वारा नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया. केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए श्रमिक नेताओं ने निजीकरण का विरोध कर 10वां वेतनमान समझौता शीघ्र लागू करने, पेंशन नीति में संशोधन, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर श्रमिक और मजदूर नेता विरोध जता रहे हैं.

एनटीपीसी के मजदूरों ने कहा कि एनटीपीसी उनसे 8 घंटे की बजाए 10-12 घंटे काम करवाया जाता है. इसके बावजूद उन्हें उसका भुगतान नहीं किया जाता है. साथ ही साथ न्यूनतम मजदूरी और जो मजदूरों को सुविधाएं देनी चाहिए वह नहीं मिलती है. वहीं कोयला श्रमिक संगठन के लोगों ने कहा कि सरकार ने जो नीति कोयला क्षेत्र में बनाई है वह पूरी तरह से गलत है, इसमें संशोधन करना होगा. वहीं डाककर्मियों ने केंद्र सरकार की कई नीतियों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध भी किया. श्रमिक संगठनों का भारत बंद का रामगढ़ में खासा असर देखा जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.