पलामू: एक नाबालिग आदिम जनजाति परिवार की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया. पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता का इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हो रहा है. बाकी के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने खुद पीड़िता का बयान लिया और मेदिनीनगर टाउन थाना में एफआईआर दर्ज किया गया. पीड़िता गढ़वा के भंडरिया के इलाके की रहने वाली है. पलामू में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद से आदिवासी समुदाय में आक्रोश है. उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है.
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पलामू में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म
पीड़िता का बड़ी बहन और बहनोई पलामू के चैनपुर के इलाके में ईंट भट्ठा में मजदूरी करते हैं. पीड़िता चार दिन पहले अपनी बहन और बहनोई के पास आई हुई थी. इसी क्रम में उसे पता चला कि उसकी बहन बीमार है. वह अपनी बीमार बहन के लिए खाना लेकर मिलने जा रही थी. ईंट भट्ठा मालिक ने नाबालिग को बोलेरो दिया, इसी बोलेरो में चैनपुर के सेमरा के रहने वाले राहुल यादव और उसका दोस्त राम सेवक यादव भी सवार थे. खाना देकर वापस जाने के क्रम में राहुल और रामसेवक ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म के बाद उसे ईंट भट्ठा पर सभी छोड़ कर भाग गए.
नाबालिग की तबीयत खराब होने के बाद उसे एमएमसीएच में भर्ती करवाया गया. जहां पूरे मामले का खुलासा हुआ. एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पीड़िता का बयान लिया गया है. मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है. बाकी के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है.
आदिवासी संगठनों ने दिया आंदोलन की चेतावनी
पलामू में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म को लेकर भारतीय आदिम जनजाति परिषद ने आंदोलन की चेतावनी. परिषद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह 17 दिसंबर को रोड जाम करेंगे. परिषद ने आरोप लगाया है कि पीड़िता के परिवार को ईंट भट्ठा मालिक धमकी दे रहा है. दुष्कर्म की घटना में ईंट भट्ठा संचालक भी शामिल है.