पलामूः शून्य से दो डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान था. इस तापमान में 30 घंटे खड़े-खड़े बिताए. ऐसा लगा कि धरती पर नर्क यही है. हालांकि, यूक्रेन बॉर्डर क्रांस करने के बाद लगा स्वर्ग में आ गए हैं. ये बातें यूक्रेन से सुरक्षित झारखंड के पलामू लौटने वाले मेडिकल छात्र आयुष राज ने कहीं. आयुष राज लगातार सात दिनों का सफर पूरा करने के बाद बुधवार को पलामू के हमीदगंज स्थित अपने पैतृक घर पहुंचे है. आयुष 2 दिसंबर 2021 को एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए थे.
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आयुष ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि हमारी 23 फरवरी को परीक्षा खत्म हुई और 25 फरवरी को भारत लौटने का प्लान बना लिए थे. लेकिन इससे पहले 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. उन्होंने कहा कि 25 फरवरी को कीव से भारत आने के लिए फ्लाइट था, लेकिन सारी फ्लाइट कैंसिल कर दी गई. इससे स्थिति और भयावह हो गई. हॉस्टल में रह रहे छात्रों ने बस रिजर्व किया और घंटों सफर करने के बाद रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचे.