पलामू: कोविड-19 के हालात में तेजी से सुधार हो रहे हैं. सरकार ने पलामू को अनलॉक की श्रेणी में रखा है. पलामू के सरकारी अस्पतालों के कोविड-19 वार्डों के बेड 95% तक खाली हो गए हैं. अप्रैल के दूसरे सप्ताह से मई के अंत तक पलामू में कोविड-19 कहर बरपाया था. सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार पलामू में इस दौरान कोविड-19 से 160 से भी अधिक लोगों की मौत हुई है. पलामू में पिछले एक सप्ताह के अंदर कोविड-19 से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है.
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कोविड-19 वार्डों में 95 प्रतिशत तक बेड हुए खाली
पलामू प्रमंडल के सबसे बड़े कोविड-19 अस्पताल एमएमसीएच (mmch) में कोविड-19 के 20 मरीज भर्ती हैं. हालांकि 20 मरीज में से भी 15 मरीज कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं, लेकिन उनमें सांस की समस्या है, जिस कारण उन्हें अस्पतालों में भर्ती रखा गया है. एमएमसीएच में 186 बेड कोविड-19 मरीजों के लिए है. जिसमें से 166 बेड बुधवार को खाली थे. एमएमसीएच में वेंटीलेटर पर एक भी मरीज नहीं था. एमएमसीएच के कोविड-19 वार्ड के प्रभारी कश्मीर एक्का ने ईटीवी भारत को बताया कि अस्पतालों में मरीजों की भीड़ कम हो गई है. हालात में काफी सुधार हुआ है. पहले के जैसे अब अस्पतालों में मरीज भी नहीं पहुंच रहे हैं.
1 जून को 2021 लोगों ने कोविड-19 की जांच करवाई थी. जिसमें मात्र 3 लोग ही पॉजिटिव पाए गए थे. 2 जून को 2472 लोगों ने जांच करवाई थी, जिसमें मात्र 10 लोग पॉजिटिव पाए गए थे. दोनों दिन करीब 120 मरीज ठीक हो कर घर गए हैं. पलामू में कोविड-19 के एक्टिव मामले 300 से भी कम हो गए हैं.