पाकुड़: जिले के 247 आदिम जनजाति पहाड़िया गांवों में आधारभूत और मूलभूत सुविधाओं की बहाली पीएम जनमन योजना के तहत करने को लेकर पहाड़िया ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पहाड़िया नेता सीमन मालतो ने किया.
प्रतिनिधिमंडल ने पीएम जनमन योजना के तहत जिले की आदिम जनजाति पहाड़िया गांव में पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा की सुविधा बहाल करने को लेकर तेजी से काम कराने की अपील की. प्रतिनिधिमंडल द्वारा डीसी का ध्यान आकृष्ट कराया गया. पीएम जनमन योजना के तहत बुनियादी सुविधाओं की बहाली को लेकर किये जा रहे सर्वे कार्य की धीमी प्रगति पर असंतोष भी जताया.
डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने पहाड़िया गांवो में किये जाने वाले विकास के बारे में जानकारी दी. प्रतिनिधिमंडल को बताया कि पहले चरण में गांवों की सड़कों को दुरूस्त करने एवं शुद्ध पेयजल व्यवस्था बहाल करने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा उठाये गये कदमों के बारे में भी प्रतिनिधिमंडल को बताया. सीमन मालतो ने बताया कि संथाल परगना प्रमंडल के दुमका, गोड्डा, साहिबगंज एवं पाकुड़ में आदिम जनजाति पहाड़िया पहाड़ों एवं जंगलों में निवास कर रहे हैं और पाकुड़ को छोड़कर शेष तीन जिलो में पीएम जनमन योजना को लेकर जो कार्य तेजी से होने चाहिए नहीं हो रहा है. उन्होंने पाकुड़ जिला प्रशासन द्वारा अबतक किये गये कार्यो को संतोषजनक बताते हुए कहा कि डीसी ने अग्रतर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
पहाड़िया नेता ने कहा कि राज्य का एक संथाल परगना ही ऐसा प्रमंडल है जहां के पहाड़िया गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने वर्ष बीतने के बाद भी यहां के आदिम जनजाति समाज के लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल नहीं मिला और न ही गांव पहुंचने के लिए कोई सड़क है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है. प्रतिनिधिमंडल में पोलुस मालतो के अलावे अनुग्रहित प्रसाद साह, हिसाबी राय आदि शामिल थे.
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