साहिबगंज: जब से हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड में बनी है तब से ठेकेदार और रंगदार को संरक्षण देने का काम हो रहा है. यह आरोप भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं पर लगाया है. यह बयान उस वक्त आया है जब बीते सोमवार को पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के बरहरवा नगर पंचायत में एक करोड़ 44 लाख की टोल टैक्स की बंदोबस्ती में भाग लेने गए ठेकेदार शंभूनंदन प्रसाद पर जानलेवा हमला हुआ था.
विधायक प्रतिनिधि पर आरोप
इस मामले में ठेकेदार शंभूनंदन ने अपने ऊपर कराए गए जानलेवा हमले की साजिश रचने और ठेका में भाग लेने पर अंजाम भुगतने का सीधा आरोप राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर लगाया था. वहीं, मंत्री आलमगीर आलम पर भी केस दर्ज हुआ है. अपने ऊपर लगाए गए आरोप का ठीकरा मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने दूसरे राजनीतिक दलों पर फोड़ा था, जिस पर पलटवार करते हुए भाजपा नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं.
'हेमंत सरकार में रंगदारों को संरक्षण'
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया है कि हेमंत शासनकाल में झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्वयंभू नेता समानांतर सरकार चला रहे हैं और ठेकेदारी हो या रंगदारी करने वाले लोगों को संरक्षण दे रहे हैं. भाजपा नेताओं का यह भी कहना है कि हाल में ही पाकुड़िया थाना क्षेत्र में जमीन हड़पने की नीति का जब विरोध ग्रामीणों ने किया तो उन्हें फंसाने का काम किया गया. बरहरवा नगर पंचायत में घटी घटना हेमंत सरकार की रंगदारों और ठेकेदारों को संरक्षण देने का यह नमूना है. भाजपा नेताओं ने कहा यदि शीघ्र ठेकेदार शंभूनंदन के साथ की गयी मारपीट में शामिल लोगों की गिरफ्तारी नहीं की गयी तो साहिबगंज पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
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'राजनीतिक दल कर रहे साजिश'
वहीं, विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का कहना है कि इस घटना क्रम से उन्हें कोई लेना देना नहीं है. जिस वक्त घटना घटी थी उस वक्त वो अपने आवास में थे. विधायक प्रतिनिधि ने बताया कि हमारी बढ़ती राजनीति जनाधार को देखते हुए कुछ राजनीतिक दल मेरी छवि को धूमिल करने के लिए साजिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप की पुलिस निष्पक्ष जांच करे और दोषी पाए जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई करे.