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लोहरदगा दुष्कर्म मामला: आरोपी आईआरबी के दोनों जवान गिरफ्तार, जल्द होंगे बर्खास्त

लोहरदगा में आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म के आरोपी आईआरबी के दोनों जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया है (Accused IRB jawans arrested in Lohardaga rape case) . इस मामले में दोनों जनावों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जा रही है.

Lohardaga rape case accused IRB jawans arrested
Lohardaga rape case accused IRB jawans arrested
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Published : Oct 6, 2022, 8:37 PM IST

लोहरदगा: आदिवासी विधवा महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आईआरबी के दोनों जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया है (Accused IRB jawans arrested in Lohardaga rape case). घटना को लेकर महिला थाना में कांड संख्या 32/22 दर्ज किया गया है. मामले में डीजीपी के कड़े निर्देश के बाद डीआईजी ने खुद मोर्चा संभाला था.

ये भी पढ़ें: लोहरदगा में दिल्ली की निर्भया जैसा कांड, दुष्कर्म के बाद प्राइवेट पार्ट पर किया हमला, DGP ने मांगी रिपोर्ट

डीआईजी के मामला संभालते ही पुलिस पूरी तरह एक्टिव हो गई और रांची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता ने लोहरदगा एसपी को मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद लोहरदगा एसपी आर रामकुमार खुद सेरेंगदाग पिकेट पहुंच कर पूरे मामले की जांच की. कड़ी पूछताछ के बाद दोषियों को चिन्हित किया गया है. पूछताछ में दोषियों ने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर लिया है. इसके बाद दोनों कृष्ण कांत तिवारी और अजय बाड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है.

मामले में एसपी आर राम कुमार का कहना है कि आईआरबी के दोनों गिरफ्तार जवानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस आगे की कार्रवाई जारी रखेगी. वहीं, मामले में रांची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता ने कहा कि गिरफ्तार जनावों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी होगी. दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. इधर ग्रामीणों ने पीड़िता के लिए 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग करते हुए सेरेंगदाग माइंस में कांटा घर को बंद करा दिया है. एएसपी अभियान दीपक पांडे और डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद द्वारा ग्रामीणों को समझाने के बावजूद ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.

महिला की हालत नाजुक: पुलिस ने महिला को लोहरदगा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन सदर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है. रिम्स के डॉक्टरों ने जब महिला को देखा तो बताया कि विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले पुलिस के जवानों ने क्रूरता की सारी सीमाओं को पार कर दिया है. पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया फिर अप्राकृतिक यौनाचार भी किया गया. यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट पर धारदार हथियार से हमला किया गया है. जिससे महिला के इंटरनल ऑर्गन में गंभीर चोटें लगी हैं. इससे महिला के ब्लीडिंग रुक नहीं रही है. फिलहाल पीड़ित महिला का इलाज रिम्स में डॉ. शीतल मलवा की निगरानी में चल रहा है. डॉक्टर शीतल मलवा ने बताया कि पीड़ित महिला की स्थिति चिंताजनक है. जब तक महिला की स्थिति स्थिर नहीं होती है, तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा है कि पीड़ित महिला की स्थिति में कुछ सुधार होने के बाद एक ऑपरेशन करना पड़ेगा.

लोहरदगा: आदिवासी विधवा महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आईआरबी के दोनों जवानों को गिरफ्तार कर लिया गया है (Accused IRB jawans arrested in Lohardaga rape case). घटना को लेकर महिला थाना में कांड संख्या 32/22 दर्ज किया गया है. मामले में डीजीपी के कड़े निर्देश के बाद डीआईजी ने खुद मोर्चा संभाला था.

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डीआईजी के मामला संभालते ही पुलिस पूरी तरह एक्टिव हो गई और रांची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता ने लोहरदगा एसपी को मामले में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद लोहरदगा एसपी आर रामकुमार खुद सेरेंगदाग पिकेट पहुंच कर पूरे मामले की जांच की. कड़ी पूछताछ के बाद दोषियों को चिन्हित किया गया है. पूछताछ में दोषियों ने घटना में अपनी संलिप्तता को स्वीकार कर लिया है. इसके बाद दोनों कृष्ण कांत तिवारी और अजय बाड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है.

मामले में एसपी आर राम कुमार का कहना है कि आईआरबी के दोनों गिरफ्तार जवानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस आगे की कार्रवाई जारी रखेगी. वहीं, मामले में रांची रेंज के डीआईजी अनीश गुप्ता ने कहा कि गिरफ्तार जनावों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई भी होगी. दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. इधर ग्रामीणों ने पीड़िता के लिए 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग करते हुए सेरेंगदाग माइंस में कांटा घर को बंद करा दिया है. एएसपी अभियान दीपक पांडे और डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद द्वारा ग्रामीणों को समझाने के बावजूद ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.

महिला की हालत नाजुक: पुलिस ने महिला को लोहरदगा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था, लेकिन सदर अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया है. रिम्स के डॉक्टरों ने जब महिला को देखा तो बताया कि विधवा महिला के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले पुलिस के जवानों ने क्रूरता की सारी सीमाओं को पार कर दिया है. पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया फिर अप्राकृतिक यौनाचार भी किया गया. यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट पर धारदार हथियार से हमला किया गया है. जिससे महिला के इंटरनल ऑर्गन में गंभीर चोटें लगी हैं. इससे महिला के ब्लीडिंग रुक नहीं रही है. फिलहाल पीड़ित महिला का इलाज रिम्स में डॉ. शीतल मलवा की निगरानी में चल रहा है. डॉक्टर शीतल मलवा ने बताया कि पीड़ित महिला की स्थिति चिंताजनक है. जब तक महिला की स्थिति स्थिर नहीं होती है, तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा है कि पीड़ित महिला की स्थिति में कुछ सुधार होने के बाद एक ऑपरेशन करना पड़ेगा.

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