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लोहरदगा अस्पतालों में मरीज की भीड़, स्वास्थ्य विभाग खुद कमजोर - Crowd of patients in Sadar Hospital

लोहरदगा में स्वास्थ्य व्यवस्था की सबसे बड़ी इकाई सदर अस्पताल में मरीजों की भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही. स्वास्थ्य विभाग ने ओपीडी सेवा को तत्काल बंद कर दिया है. इसके बावजूद मरीजों की लंबी कतार लगी हुई है. संसाधनों की कमी की वजह से स्वास्थ्य विभाग खुद ही कमजोर नजर आ रहा है. इस बात को सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार भी स्वीकार कर रहे हैं.

Crowd of patients in Sadar Hospital lohardaga
मरीज की भीड़
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Published : Mar 23, 2020, 6:54 PM IST

लोहरदगा: जिले में सदर अस्पताल ही स्वास्थ्य सेवा का सबसे प्रमुख केंद्र है. यहां पर आम मरीजों के साथ-साथ कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को भी जांच के लिए लाया जा रहा है. इसके बावजूद सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर ढंग से संचालित करने को लेकर विभाग के पास पर्याप्त साधन ही उपलब्ध नहीं है. खुद सिविल सर्जन ऐसे मास्क का उपयोग कर रहे हैं जो बेहतर नहीं कहा जा सकता है. स्वास्थ्य कर्मियों और मरीजों के लिए भी संसाधनों की कमी है. स्वास्थ्य कर्मी खुद ही खतरों के बीच मरीजों का इलाज करने के लिए विवश हैं.

देखें पूरी खबर

हालात इतने बदतर हैं कि अब तक न तो पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य विभाग को मास्क को उपलब्ध हो सके हैं और न ही सैनिटाइजर जैसी अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध है. जो स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में काम कर रहे हैं, वह डर से कुछ कहना ही नहीं चाहते. फिर भी परिस्थितियां इतनी नाजुक है कि स्वास्थ्य विभाग खुद ही बीमार दिखाई दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जरूरतों को लेकर विभाग को अवगत कराया गया है, फिर भी आप तक इस दिशा में कोई पहल हो नहीं पाई है.

ये भी देखें- लॉकडाउन के बाद बस स्टैंड में फंसे कई यात्री, प्रशासन ने किए इंतजाम

कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है. हर दिन सैकड़ों की संख्या में सामान्य और कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना वायरस के संक्रमण से अपने ही कर्मचारियों को बचाने को लेकर पर्याप्त संसाधन दिखाई नहीं देते.

लोहरदगा: जिले में सदर अस्पताल ही स्वास्थ्य सेवा का सबसे प्रमुख केंद्र है. यहां पर आम मरीजों के साथ-साथ कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को भी जांच के लिए लाया जा रहा है. इसके बावजूद सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर ढंग से संचालित करने को लेकर विभाग के पास पर्याप्त साधन ही उपलब्ध नहीं है. खुद सिविल सर्जन ऐसे मास्क का उपयोग कर रहे हैं जो बेहतर नहीं कहा जा सकता है. स्वास्थ्य कर्मियों और मरीजों के लिए भी संसाधनों की कमी है. स्वास्थ्य कर्मी खुद ही खतरों के बीच मरीजों का इलाज करने के लिए विवश हैं.

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हालात इतने बदतर हैं कि अब तक न तो पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य विभाग को मास्क को उपलब्ध हो सके हैं और न ही सैनिटाइजर जैसी अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध है. जो स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में काम कर रहे हैं, वह डर से कुछ कहना ही नहीं चाहते. फिर भी परिस्थितियां इतनी नाजुक है कि स्वास्थ्य विभाग खुद ही बीमार दिखाई दे रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जरूरतों को लेकर विभाग को अवगत कराया गया है, फिर भी आप तक इस दिशा में कोई पहल हो नहीं पाई है.

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कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के बीच लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है. हर दिन सैकड़ों की संख्या में सामान्य और कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज सदर अस्पताल पहुंच रहे हैं. ओपीडी सेवा को बंद कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना वायरस के संक्रमण से अपने ही कर्मचारियों को बचाने को लेकर पर्याप्त संसाधन दिखाई नहीं देते.

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