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हजारीबाग BSF सेंटर के जवानों ने कोरोना काल में किया बेहतर कार्य, पदाधिकारी ने कहा- यही है इनकी पहचान

प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय मेरु हजारीबाग सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने कोरोना काल में बेहतरीन काम किया है. इस दौरान भारी संख्या में लोगों को मास्क बांटा गया. वहीं, जवानों ने ग्रामीणों को जागरूक करने का भी काम किया है.

hazaribag bsf center
हजारीबाग बीएसएफ सेंटर
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Published : Jan 2, 2021, 10:57 PM IST

हजारीबागः प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय मेरु हजारीबाग सीमा सुरक्षा बल के तीन प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र में से एक है. इसकी स्थापना 18 नवंबर 1966 को हुई थी. आज तक लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को यहां विभिन्न प्रोफेशनल विषयों पर प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिसमें 553 विदेशी प्रशिक्षुक भी शामिल है. कोरोना काल के दौरान बीएसएफ मेरु ने सिर्फ प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि अपना सामाजिक दायित्व भी पूरा किया है, जिसने लोगों को जागरूक भी किया और अपने प्रशिक्षण केंद्र से जुड़े हुए लोगों को मुफ्त में राशन भी मुहैया कराया है. यहां तक कि प्रशिक्षण केंद्र में ग्रामीणों के लिए सेनेटाइजिंग चेंबर बनाया.

देखें पूरी खबर

ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर

केंद्रीय सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय की ख्याति देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में है. यहां लगभग प्रतिवर्ष 2500 को प्रशिक्षण दिया जाता है. वर्तमान समय में लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. बीएसएफ का कहना है कि हम लोगों ने अपना सामाजिक दायित्व पूरा किया है. इस दौरान भारी संख्या में मास्क बांटा गया. यही नहीं हम लोगों ने ग्रामीणों को जागरूक भी किया है. इसके साथ ही ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर भी लगाया था कि ग्रामीण खुद को सेनिटाइज कर सके. यह ट्रेनिंग सेंटर पूरे देश भर में बम डिफ्यूज और कमांडो ट्रेनिंग के लिए जाना जाता है. यहां के पदाधिकारी कहते हैं कि यही हमारी पहचान है.

इसे भी पढ़ें- चाईबासाः देर रात चल रही पार्टी को रोकने गए पुलिस पदाधिकारी पर भीड़ का हमला, लोगों ने किया थाने का घेराव

उच्च कोटि का प्रशिक्षण देना साल 2021 का टारगेट

प्रशिक्षण प्राप्त करने आए युवकों को उच्च कोटि का प्रशिक्षण देना साल 2021 का टारगेट बनाया गया है. अधिकारी कहते हैं कि हम लोग गुणवत्तापूर्ण ट्रेनिंग देने के लिए अपने ट्रेनर्स को भी बाहर ट्रेनिंग के लिए भेजते हैं, फिर वे ट्रेनिंग देते हैं. इस वर्ष हम लोग आम जनता के लिए और क्या कर सकते हैं. इसके लिए भी रूपरेखा बनाई जा रही है. स्वच्छता में हमारा योगदान रहेगा और हम लोग जवानों के परिवार के वेलफेयर के लिए भी काम करेंगे.

हजारीबाग झील की सफाई

सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र के आईजी का कहना है कि हम लोगों ने अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करते हुए स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया, स्थानीय युवाओं को कोरोना काल में रोजगार देने तक का काम किया है. इसके अलावा हजारीबाग झील की सफाई छठ पूजा के दौरान करके हम लोगों ने यह बताने की कोशिश की कि हम समाज के अभिन्न अंग हैं. मई 2020 से लेकर अगस्त 2020 तक लगभग 8 हजार पौधारोपण भी किया. आगे हम देश सेवा के साथ-साथ समाज के हर सुख दुख के साथ खड़े हैं.

हजारीबागः प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय मेरु हजारीबाग सीमा सुरक्षा बल के तीन प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र में से एक है. इसकी स्थापना 18 नवंबर 1966 को हुई थी. आज तक लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को यहां विभिन्न प्रोफेशनल विषयों पर प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिसमें 553 विदेशी प्रशिक्षुक भी शामिल है. कोरोना काल के दौरान बीएसएफ मेरु ने सिर्फ प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि अपना सामाजिक दायित्व भी पूरा किया है, जिसने लोगों को जागरूक भी किया और अपने प्रशिक्षण केंद्र से जुड़े हुए लोगों को मुफ्त में राशन भी मुहैया कराया है. यहां तक कि प्रशिक्षण केंद्र में ग्रामीणों के लिए सेनेटाइजिंग चेंबर बनाया.

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ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर

केंद्रीय सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र एवं विद्यालय की ख्याति देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में है. यहां लगभग प्रतिवर्ष 2500 को प्रशिक्षण दिया जाता है. वर्तमान समय में लगभग 58580 प्रशिक्षुकों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है. बीएसएफ का कहना है कि हम लोगों ने अपना सामाजिक दायित्व पूरा किया है. इस दौरान भारी संख्या में मास्क बांटा गया. यही नहीं हम लोगों ने ग्रामीणों को जागरूक भी किया है. इसके साथ ही ट्रेनिंग सेंटर के बाहर सेनेटाइजिंग चेंबर भी लगाया था कि ग्रामीण खुद को सेनिटाइज कर सके. यह ट्रेनिंग सेंटर पूरे देश भर में बम डिफ्यूज और कमांडो ट्रेनिंग के लिए जाना जाता है. यहां के पदाधिकारी कहते हैं कि यही हमारी पहचान है.

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उच्च कोटि का प्रशिक्षण देना साल 2021 का टारगेट

प्रशिक्षण प्राप्त करने आए युवकों को उच्च कोटि का प्रशिक्षण देना साल 2021 का टारगेट बनाया गया है. अधिकारी कहते हैं कि हम लोग गुणवत्तापूर्ण ट्रेनिंग देने के लिए अपने ट्रेनर्स को भी बाहर ट्रेनिंग के लिए भेजते हैं, फिर वे ट्रेनिंग देते हैं. इस वर्ष हम लोग आम जनता के लिए और क्या कर सकते हैं. इसके लिए भी रूपरेखा बनाई जा रही है. स्वच्छता में हमारा योगदान रहेगा और हम लोग जवानों के परिवार के वेलफेयर के लिए भी काम करेंगे.

हजारीबाग झील की सफाई

सीमा सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र के आईजी का कहना है कि हम लोगों ने अपने सामाजिक दायित्व को पूरा करते हुए स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया, स्थानीय युवाओं को कोरोना काल में रोजगार देने तक का काम किया है. इसके अलावा हजारीबाग झील की सफाई छठ पूजा के दौरान करके हम लोगों ने यह बताने की कोशिश की कि हम समाज के अभिन्न अंग हैं. मई 2020 से लेकर अगस्त 2020 तक लगभग 8 हजार पौधारोपण भी किया. आगे हम देश सेवा के साथ-साथ समाज के हर सुख दुख के साथ खड़े हैं.

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