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सिमडेगा जेवरात चोरी मामला: आरोपी थानेदार की मां ने CBI जांच के लिए हाईकोर्ट में दायर की याचिका

सिमडेगा जेवरात चोरी मामले में आरोपी थानेदार की मां ने सीबीआई जांच के लिए झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. इस मामले में झारखंड सरकार, राज्य के गृह सचिव, डीजीपी, रांची रेंज के आईजी और सिमडेगा एसपी को प्रतिवादी बनाया गया है.

Simdega jewelery theft case
Simdega jewelery theft case
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Published : Feb 12, 2022, 8:15 AM IST

रांची: सिमडेगा में 80 लाख के जेवरात चोरी मामले में एसपी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की गई है. मामले में जेल में बंद आरोपी बांसजोर के तत्कालिन थानेदार आशीष कुमार की मां सावित्री देवी ने हाईकोर्ट में पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने या न्यायिक आयोग गठित करने की मांग की है. इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में दारोगा आशीष की मां सावित्री देवी ने रिट दायर किया है.

सिमडेगा में 80 लाख के जेवरात चोरी मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जो रिट में दायर किया गया है उसमें राज्य सरकार, सरकार के गृह सचिव, डीजीपी, रांची रेंज के आईजी, सिमडेगा एसपी को प्रतिवादी बनाया है. रिट दायर होने के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय पूरे मामले में पक्ष और जांच के पहलूओं पर हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करने की तैयारी में है. हालांकि पूरे मामले की जांच वर्तमान में सीआईडी के कर रही है. सीआईडी ने इस मामले में बीते माह ही आशीष कुमार, दरोगा संदीप कुमार और पुलिस के एक चालक के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.

ये भी पढ़ें: चांदी चोरी मामला: सिमडेगा एसपी का ऑडियो वायरल होने के मामले में जांच तेज, पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी से मांगी रिपोर्ट


एसपी के कहने पर नहीं की स्टेशन डायरी इंट्री
सावित्री देवी ने रिट संबंधी आवेदन में लिखा है कि उनका बेटा आशीष कुमार बांसजोर ओपी प्रभारी के पद पर पोस्टेड था. जेवरात की बरामदगी के बाद उसने एसपी सिमडेगा के कहने पर बरामद सामान के एक हिस्से की इंट्री स्टेशन डायरी में नहीं की थी. इस बात की पुष्टि एक ऑडियो से होने की बात भी कही गई है. सावित्री देवी ने रिट में लिखा है कि पूरे मामले में न्याय प्रक्रिया के तहत जांच किए बगैर उनके बेटे को 15 अक्तूबर 2021 को सिमडेगा एसपी के कहने पर जेल भेज दिया गया.

अधिकारियों से जांच के लिए की फरियात
सावित्री देवी ने लिखा है कि आशीष कुमार के बड़े भाई ने 27 नवंबर 2021 को पुलिस के आला अधिकारियों को महत्वपूर्ण ऑडियो दिया था, जिसमें एसपी के आदेश पर कुछ सामान हटाने का जिक्र था. इसके बाद दोबारा 17 दिसंबर 2021 को भी जांच के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन इस मामले में आला अधिकारियों ने जांच नहीं की. सिमडेगा में पुलिसकर्मियों ने जेवरात चोरी के मामले में पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था. सीआईडी और रांची डीआईजी की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने एसपी शम्स तबरेज को हटाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी. लेकिन इस मामले में पुलिस मुख्यालय के पत्र पर कोई कार्रवाई अबतक नहीं हुई है.

क्या है मामला

छत्तीसगढ़ के रायपुर के नवकार ज्वेलर्स से दो अक्टूबर 80 लाख के जेवरात की चोरी हुई थी. वहां से भागने के क्रम में तीन अक्टूबर को सिमडेगा के बांसजोर ओपी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान स्कार्पियो से भारी मात्रा में जेवरात की बरामदगी हुई. इसके बाद सिमडेगा एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस तक बताया था कि गिरफ्तार चार चोरों के पास से 25 लाख के जेवरात बरामद किए गए हैं. इस बरामदगी के लिए एसपी ने बांसजोर ओपी प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत भी किया था. हालांकि इस मामले में छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने सिमडेगा पुलिस पर जेवरात गायब करने की शिकायत की थी. जब इस मामले में जांच के बाद बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार को निलंबित कर दिया.

रांची: सिमडेगा में 80 लाख के जेवरात चोरी मामले में एसपी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की गई है. मामले में जेल में बंद आरोपी बांसजोर के तत्कालिन थानेदार आशीष कुमार की मां सावित्री देवी ने हाईकोर्ट में पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने या न्यायिक आयोग गठित करने की मांग की है. इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में दारोगा आशीष की मां सावित्री देवी ने रिट दायर किया है.

सिमडेगा में 80 लाख के जेवरात चोरी मामले में झारखंड हाईकोर्ट में जो रिट में दायर किया गया है उसमें राज्य सरकार, सरकार के गृह सचिव, डीजीपी, रांची रेंज के आईजी, सिमडेगा एसपी को प्रतिवादी बनाया है. रिट दायर होने के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय पूरे मामले में पक्ष और जांच के पहलूओं पर हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करने की तैयारी में है. हालांकि पूरे मामले की जांच वर्तमान में सीआईडी के कर रही है. सीआईडी ने इस मामले में बीते माह ही आशीष कुमार, दरोगा संदीप कुमार और पुलिस के एक चालक के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.

ये भी पढ़ें: चांदी चोरी मामला: सिमडेगा एसपी का ऑडियो वायरल होने के मामले में जांच तेज, पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी से मांगी रिपोर्ट


एसपी के कहने पर नहीं की स्टेशन डायरी इंट्री
सावित्री देवी ने रिट संबंधी आवेदन में लिखा है कि उनका बेटा आशीष कुमार बांसजोर ओपी प्रभारी के पद पर पोस्टेड था. जेवरात की बरामदगी के बाद उसने एसपी सिमडेगा के कहने पर बरामद सामान के एक हिस्से की इंट्री स्टेशन डायरी में नहीं की थी. इस बात की पुष्टि एक ऑडियो से होने की बात भी कही गई है. सावित्री देवी ने रिट में लिखा है कि पूरे मामले में न्याय प्रक्रिया के तहत जांच किए बगैर उनके बेटे को 15 अक्तूबर 2021 को सिमडेगा एसपी के कहने पर जेल भेज दिया गया.

अधिकारियों से जांच के लिए की फरियात
सावित्री देवी ने लिखा है कि आशीष कुमार के बड़े भाई ने 27 नवंबर 2021 को पुलिस के आला अधिकारियों को महत्वपूर्ण ऑडियो दिया था, जिसमें एसपी के आदेश पर कुछ सामान हटाने का जिक्र था. इसके बाद दोबारा 17 दिसंबर 2021 को भी जांच के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन इस मामले में आला अधिकारियों ने जांच नहीं की. सिमडेगा में पुलिसकर्मियों ने जेवरात चोरी के मामले में पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था. सीआईडी और रांची डीआईजी की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने एसपी शम्स तबरेज को हटाने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी. लेकिन इस मामले में पुलिस मुख्यालय के पत्र पर कोई कार्रवाई अबतक नहीं हुई है.

क्या है मामला

छत्तीसगढ़ के रायपुर के नवकार ज्वेलर्स से दो अक्टूबर 80 लाख के जेवरात की चोरी हुई थी. वहां से भागने के क्रम में तीन अक्टूबर को सिमडेगा के बांसजोर ओपी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान स्कार्पियो से भारी मात्रा में जेवरात की बरामदगी हुई. इसके बाद सिमडेगा एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस तक बताया था कि गिरफ्तार चार चोरों के पास से 25 लाख के जेवरात बरामद किए गए हैं. इस बरामदगी के लिए एसपी ने बांसजोर ओपी प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत भी किया था. हालांकि इस मामले में छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने सिमडेगा पुलिस पर जेवरात गायब करने की शिकायत की थी. जब इस मामले में जांच के बाद बांसजोर ओपी प्रभारी आशीष कुमार को निलंबित कर दिया.

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